दिल्ली के लाल किले मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और पंजाब समेत पड़ोसी राज्यों में रेड अलर्ट लागू कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस के साथ साथ पंजाब के पुलिस कमिश्नर (CP) और SSP को भी अधिक चौकस रहने के निर्देश दिए गए हैं। संवेदनशील और भीड़भाड़ वाले इलाकों में तैनाती बढ़ाकर सुरक्षा बलों को मजबूत किया गया है, ताकि किसी भी संभावित खतरे के बारे में तुरंत 대응 किया जा सके। साथ ही वाहनों की कड़ाई से चेकिंग और संदिग्ध व्यक्तियों की सुरक्षा पड़ताल तेज कर दी गई है। प्रशासन की ओर से जनता से अपील की गई है कि अगर किसी भी संदिग्ध गतिविधि का संदेह हो तो तुरंत पुलिस को सूचना दें. सुरक्षा एजेंसियां स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और आवश्यक समन्वय बना रखा गया है।
इस बीच चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश के अलावा पंजाब में भी सुरक्षा स्तर बढ़ाने के निर्देश जारी हैं। इन राज्यों में संवेदनशील जगहों जैसे बाजार, प्रवेश गेटों और सभास्थलों पर अतिरिक्त निगाह रखी जा रही है. सुरक्षा एजेंसियों की मानें तो भीड़भाड़ वाले केंद्रों में सुरक्षा उपकरणों और सुरक्षाकर्मियों की पर्याप्त संख्या तैनात की गई है. लोगों से भी आग्रह किया गया है कि वे संदिग्ध गतिविधियों पर चौकसी रखें और गोली-बंदी के बजाय सुरक्षित और शांत तरीके से पुलिस के साथ सहयोग करें.
हimachal प्रदेश के महानिदेशक (DGP) अशोक तिवारी ने सीमा क्षेत्रों पर कड़ी चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने सभी जिलों के एसपी से सतर्क रहने को कहा है और बाहरी राज्यों से हिमाचल आ रहे वाहनों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं. खास तौर पर संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों पर कड़ी निगाह रखने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि सुरक्षा चूक की स्थिति न बने. प्रदेश के प्रमुख शक्तिपीठों और बड़े मंदिरों की सुरक्षा भी मजबूत बनाने के निर्देश जारी हुए हैं. थाना प्रमुख और चौकी इंचार्ज भी अलर्ट मोड में आ चुके हैं ताकि घटनाक्रम की त्वरित प्रतिक्रिया संभव हो सके.
पंजाब पुलिस ने भी चेकिंग को और तेज कर दिया है और इन गतिविधियों के फोटो भी सोशल मीडिया व andere प्लेटफॉर्म पर साझा होकर चिंता पैदा कर रहे हैं. क्रॉस-स्टेट नज़रबंदी के बीच पंजाब के प्रमुख जिलों में चेक पोस्टों, बैरिकेडिंग और संदिग्ध गाड़ियों की चेकिंग बढ़ाई गई है, ताकि किसी भी संभावित खतरे को रोका जा सके. पुलिस सूत्रों के मुताबिक लोगों के व्यवहार, पैदल यात्रियों के संदेहजनक ढंग और वाहनों की रुक-रुक कर जांच पर विशेष जोर है. सभी जिलों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्पेशल ड्यूटी रूल्स लागू हैं और निरंतर आंतरिक समन्वय पर जोर है.
कुल मिलाकर, दिल्ली blasts के बाद से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और पंजाब, चंडीगढ़, हिमाचल सहित कई पड़ोसी राज्य अब एक संयुक्त सुरक्षा प्रयास के तहत स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. जनता से बार-बार अपील है कि वे संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत दें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।