इंटर-हाउस में कीर्ति हाउस की जीत—जानिए कैसे

लुधियाना के जालंधर बाईपास पर स्थित ग्रीन लैंड सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल ने बाल दिवस का कार्यक्रम बड़े उत्साह और उल्लास के साथ आयोजित किया। इस खास अवसर का उद्देश्य बच्चों की ऊर्जा, उत्साह और रचनात्मक क्षमताओं को सम्मान देना था ताकि छात्र-छात्राओं के इन गुणों को एक प्रेरक मंच मिले। 6वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों ने विविध प्रकार के मनोरंजक और कौशल-आधारित खेलों में भाग लेकर अपनी क्षमताओं का प्रभावी प्रदर्शन किया। कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों के मार्गदर्शन में टीमवर्क, नेतृत्व और सामाजिक सहभागिता को बढ़ावा दिया गया, जिससे बच्चों में आत्म-विश्वास और सकारात्मक प्रतिस्पर्धा जैसे मूल्य और व्यवहार विकसित हुए। बाल दिवस के इस उत्सव ने विद्यार्थियों को सीख के साथ-साथ मनोरंजन का संतुलन भी सिखाया और उनके भीतर की छिपी प्रतिभाओं को उजागर किया।

कार्यक्रम का केंद्र बिंदु Inter-house प्रतियोगिता रहा, जिसमें लड़के और लड़कियाँ दोनों ने बराबर उत्साह दिखाया। हर हाउस ने विविध खेलों में भागीदारी से टीमवर्क की धार को मजबूत किया और दबाव के बीच भी सशक्त प्रदर्शन किया। परिणामों में कीर्ति हाउस ने पहला स्थान सुरक्षित किया, जबकि जागृति हाउस ने दूसरा स्थान हासिल किया। अन्य हाउसों ने भी दमदार प्रदर्शन दिखाते हुए अपने-अपने स्तर से प्रतिस्पर्धा को रोमांचक बनाया। समापन अवसर पर सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहन पुरस्कार देकर उनके प्रयासों की सराहना की गई, जिससे बच्चों के मन में आगे बढ़ने का रास्ता और प्रेरणा मिली।

इस अवसर पर चेन ऑफ ग्रीन लैंड स्कूल्स के चेयरमैन डॉ. राजेश रुद्रा ने विद्यार्थियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं और कहा कि जिज्ञासु स्वभाव, प्रेरणा और लक्ष्यों के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता जीवन की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसे कार्यक्रम न केवल अकादमिक दक्षताओं को मजबूत करते हैं बल्कि बच्चों के भीतर सामाजिक कौशल, अनुशासन और सहकार्य की भावना भी उत्पन्न करते हैं। डॉ. रुद्रा ने आगे कहा कि इस तरह की गतिविधियाँ शिक्षा के साथ जीवन कौशल सिखाती हैं और विद्यार्थी अपने सपनों को सच करने के लिए निरंतर मेहनत के साथ सकारात्मक सोच बनाए रखें।

बाल दिवस के इस समारोह ने स्थानीय रूप से शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रेरक संदेश भी दिया कि खेल-परिसर और रचनात्मक गतिविधियाँ विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए अति आवश्यक हैं। ग्रीन लैंड स्कूल्स के विद्यार्थियों ने न सिर्फ खेल-कूद का आनंद लिया, बल्कि दोस्ती, सम्मान और सामाजिक जिम्मेदारी के मूल्य भी समझे। ऐसे आयोजनों से बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है और वे अपने लक्ष्य के प्रति अधिक समर्पित रहते हैं। यदि आप बाल दिवस के महत्त्व और बच्चों की सुरक्षा के बारे में आगे पढ़ना चाहते हैं, तो देखें बाल दिवस के महत्त्व और शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी ताजा जानकारी के लिए देखें शिक्षा मंत्रालय के आधिकारिक पन्ने.

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