लुधियाना के एसपीएस अस्पताल से जुड़ी एक प्रमुख खबर में डॉक्टर डॉ. रंजीत सिंह ने घुटना प्रत्यारोपण के क्षेत्र में जीरो तकनीक को नई पहचान दी है। इस नई तकनीक के जरिये भारी वजन वाले मरीजों में भी Knee replacement के सफल परिणाम सामने आ रहे हैं, जिसका असर न सिर्फ पंजाब तक बल्कि अन्य राज्यों में भी देखने को मिल रहा है। हालिया मामला एक 110 किलोग्राम वजन वाली महिला का है, जो वर्षों से घुटनों के दर्द से परेशान थीं और चलना-फिरना लगभग नामुमकिन हो चुका था। इस गंभीर दर्द के कारणหลาย चिकित्सक इस रोगी का उपचार करने से हिचकते थे, लेकिन जीरो तकनीक के पक्ष में आश्रय लेने वाले विचारों के अनुसार यह तरीका भारी वजन वालों के लिए एक सुरक्षित और प्रभावी विकल्प बन सकता है।
जाँच-परख के दौरान अस्पताल ने पाया कि घुटनों के इलाज के लिए जोೈನ್-टेक्नीक से बेहतर कोई विकल्प नहीं बचा था, उसी के आधार पर मरीज के परिवार के साथ तभी सहमति बनी जब डॉ. रंजीत सिंह ने कहा कि जीरो तकनीक ही इस जटिल स्थिति में सबसे उपयुक्त विकल्प है। इसके पश्चात, उसी दिन सर्जरी के लिए तैयार तकनीक अपनाते हुए मरीज के दोनों घुटनों का प्रत्यारोपण, केवल 20 मिनट के भीतर, सफलतापूर्वक कर दिया गया। परिणामस्वरूप महिला अब सामान्य रूप से चल-फिर सकने में सक्षम हो गई हैं, जो पहले शायद एक कठिन सपना था। डॉ. सिंह ने कहा कि सीधी-सादी भाषा में समझाई जाने वाली यह जीरो तकनीक आधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस है और इसी कारण से इसे रोबोटिक सर्जरी के बराबर नहीं, बल्कि उसके आगे की नई पीढ़ी कहा जा सकता है।
डॉ. रंजीत सिंह के अनुसार जीरो तकनीक ऐसी बुद्धिमान प्रणाली है जो सर्जिकल समय, नियंत्रण और सटीकता को नई गति देती है। उनकी मानें तो AI-सक्षम इस तकनीक से घुटना प्रत्यारोपण में पारम्परिक तरीकों की तुलना में अधिक नियंत्रण, कम अस्थि-विकृति और कम रिकवरी समय संभव हो पाता है. उन्होंने कहा कि उन्होंने हजारों सफल सर्जरी इस तकनीक के जरिये अब तक पूरे किये हैं, और यह ट्रेंड पंजाब के अलावा अन्य राज्यों में भी तेज़ी से फैल रहा है। साथ ही, मरीज के चयन, अस्पताल की तैयारी और विशेषज्ञ टीम की भूमिका भी इस सफलता में अहम मानी जा रही है।
यह खबर स्थानीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि अगली कतार के यूपी-हरियाणा-राज्यों के चिकित्सा पेशेवरों के लिए भी एक संकेत है कि जीरो तकनीक के जरिये भारी वजन वाले मरीजों में घुटना प्रत्यारोपण सुरक्षित और असरदार बन सकता है। अगर आप इस विषय में अधिक जानकारी चाहते हैं, तो नीचे दिए गए विश्वसनीय स्रोत देखें: Knee replacement – Mayo Clinic और SPS Hospitals.
Related: पंजाब में रातों का पारा 1.6°C गिरा—फरीदकोट सबसे ठंडा