23 को आनंदपुर में 350वीं शहीदी यात्रा का समापन—देखें

भास्कर न्यूज: लुधियाना में गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहीदी दिवस के अवसर पर नगर कीर्तन का भव्य स्वागत

लुधियाना में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहीदी दिवस के अवसर पर आयोजित ऐतिहासिक नगर कीर्तन का भव्य स्वागत हुआ। यह विशाल यात्रा असम के गुरुद्वारा धोबरी साहिब से 21 अगस्त 2025 को प्रारम्भ हुई और देश के लगभग 20 राज्यों से होकर 23 नवंबर को आनंदपुर साहिब में समापन करेगी। शहर دخने प्रवेश करते ही जालंधर बाईपास से घंटाघर चौक तक संगत ने फूलों की वर्षा कर गर्मजोशी से स्वागत किया, और जगह-जगह लगने वाले जयकारे “सतिनिधान” के साथ गुरुद्वाराओं के बाहर गूँज उठे।

नगर कीर्तन गुरुद्वारा कलगीधर साहिब के पास पहुंचते ही सभा ने लाल रंग की चादर बिछाकर मार्ग को विशेष सम्मान के साथ रोशन किया। इस क्रम में “गोल्डी सप्रा” ने अपने घर के बाहर डिजिटल आतिशबाजी कर श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित किया, जो यात्रा के उत्साह को और भी बढ़ा गया। यात्रा प्रारम्भ हुई पारंपरिक नगाड़ों की थाप से, और नगाड़ों के पीछे पंज प्यारे वैदिक सम्मान के साथ अग्रयात्रा का नेतृत्व कर रहे थे। गुरुवाणी का प्रकाश फूलों से सजी बस में हुआ, जिससे पूरे मार्ग में भक्तिमय वातावरण बना रहा।

यात्रा के समय सद्भावपूर्ण धुनें बजती रहीं और समूह “गुरु ग्रंथ साहिब” की शास्त्रीय भक्ति से थामे रहे, while “सारब हिंद की चादर गुरु तेग बहादुर” जैसे कायोलों का पाठ भी किया गया। बच्चे भी उत्साह से “बच्चे बोले सो निहाल” के जयकारे लगाते रहे और घरों की छतों से फूलों की वर्षा जारी रही। पीछे शस्त्रों की एक शस्त्र-बस भी थी जिसमें गुरु गोबिंद सिंह महाराज और गुरु तेग बहादुर साहिब के पवित्र शस्त्र सजाए गए थे, जिन्हें श्रद्धालुओं ने चढ़ावे के रूप में देखा। असम से रवाना हुई एक विशेष बस भी यात्रा का हिस्सा बनी, जिसमें बुजुर्ग और बच्चे गुरु तेग बहादुर जी के स्मरण में बैठकर आशीर्वाद मांगे।

फील्ड गंज से आगे बढ़कर नगर कीर्तन गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब पहुँचा, जहां भी संगत ने फूल बरसाकर दर्शन किये और श्रद्धा प्रकट की। अकाली दल के नेता हीरा सिंह गाबडिया ने स्पष्ट किया कि यह नगर कीर्तन रात को गुरुद्वारा आलमगीर साहिब में विश्राम करेगा और अगली सुबह आनंदपुर साहिब के लिए प्रस्थान करेगा। असम से आए इस ऐतिहासिक मार्ग की समाप्ति पर आयोजकों ने स्पष्ट किया कि यह यात्रा 23 नवंबर को अपने निर्धारित लक्ष्य आनंदपुर साहिब में संपन्न होगी, जिससे पूरे देश को गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस की याद ताजा रहेगी।

नगर कीर्तन का स्वागत करने के लिए क्षेत्र की युवतियाँ और बच्चों ने भी ठहरकर स्वागत के भाव व्यक्त किए, जो अनुयायियों के बीच एकजुटता का संदेश दे रहा था। अधिक जानकारी के लिए देखें: गुरु तेग बहादुर जी और आनंदपुर साहिब.

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