छक्के पर ₹10,000, चौके पर ₹4,100 — अगली गेंद ने चौंका दिया

लुधियाना के दुगरी क्रिकेट टूर्नामेंट के दूसरे दिन ने मैदान पर एक नया रोमांच पैदा कर दिया। बल्लेबाज जब भी छक्का लगाते, स्टेडियम में नकद इनाम की हलचल तेज हो जाती थी, क्योंकि छक्के के बदले 10,000 रुपये और चौके पर 4,100 रुपये अलग से दिए जा रहे थे। विकेट लेने पर 1,100 रुपये मिलना तय था। सब कुछ नकद, वह भी मैच रोककर, ताकि हर हालात में खेल की गति और माहौल के अनुसार पुरस्कार बांटे जा सकें। इसके बाद खिलाड़ी फिर से मैदान पर लौटते थे और दर्शकों की भीड़ एकदम से उठकर तालियां बजाने लगती थी। पंजाबी में कमेंट्री का तड़का तो अलग ही रंग देता था—ठाह… ठाह… ठाह…। यहाँ देसी ललकार से अलग एक नया जोश था, जो भीड़ और खिलाड़ियों के बीच सीधे संपर्क बना रहा था।खिलाड़ियों में नकद इनाम देखकर उनका उत्साह और रणनीति में सुधार आया; कई खिलाड़ी छोटी पारी में भी जोखिम उठाकर बड़े शॉट खेलते दिखे।

दरअसल, यह नकद इनामों का खेल स्थानीय विधायक कुलवंत सिंह सिद्धू की भूमिका के बिना संभव नहीं रहा। उन्होंने मैदान पर नकद पुरस्कारों की ऐसी बरसात कर दी कि हर छक्का, हर चौका और हर विकेट पर स्टेज पुरजोर गूंज उठा। खिलाड़ियों की उत्सुकता देखते बनती थी क्योंकि बैकग्राउंड में स्टेज पर टेबल पर 500 के नोट बिछे दिखते थे और वे माइक पर इनाम की राशि की घोषणा करते रहते थे। जैसे ही बल्लेबाज ने छक्का मारा, कमेंट्री बॉक्स से आवाज उठती—“शक्तिमान ने मारा छक्का”; और यदि गेंदबाज ने wicket लिया, तो सीधे-सीधे सुनाई देता—“1100 रुपये सीधे बॉलर के नाम”। सिद्धू ने कहा कि पैसे की कोई गिनती नहीं, लाखों भी आ जाएं तो भी देने से नहीं चूके जाएंगे; हर खिलाड़ी की मेहनत के बदले नकद इनाम दिए जाएंगे।

तटस्थ आंकड़े भी चहक रहे हैं: टूर्नामेंट में इस बार कुल 36 टीमें हिस्सा ले रही हैं। दो दिनों में अब तक कुल 2 लाख 25 हजार रुपये खिलाड़ियों के बीच बाँटे जा चुके हैं। नियम के अनुसार, तीन छक्के लगाने वालों को 10,000 रुपये मिले, जबकि दो छक्के लगाने वालों को 4,100 रुपये की इनाम राशि मिली। उसी क्रम में भीमा नाम के खिलाड़ी ने लगातार दो छक्के जड़े और कमेंट्री बॉक्स से जोश से भरा उद्घोष हुआ—“भीमा नगल वाला”—जो मैदान के हर कोने तक पहुंच गया। टीमों के कप्तान यह देखकर खुश हैं कि पुरस्कार सीधे प्रदर्शन पर केंद्रित हैं, जिससे व्यक्तिगत क्षमता के साथ टीमवर्क का भी महत्त्व बना रहा।

इस तरह के नकद पुरस्कारों ने दुगरी क्रिकेट टूर्नामेंट की खेल संस्कृति को एक नई दिशा दी है: खिलाड़ियों का हौसला बुलंद हुआ है और स्थानीय युवाओं के पसीने की कीमत अब पैसे से भी जानी जाने लगी है। सिद्धू का कहना है कि टूर्नामेंट में 36 टीमें हिस्सा ले रहीं हैं और हर बॉल पर कैश इनाम के साथ खेलने का मौका दिया जा रहा है ताकि प्रतिभाएँ उभरकर आएँ। मैच के बीच-बीच में कैश इनाम की घोषणा और स्टेज पर नोटों की गिनती ने माहौल को और भी रंगीन बना दिया। अधिक जानकारी के लिए पाठक इन विश्वसनीय स्रोतों को भी देख सकते हैं: NDTV कवरेज और The Hindu कवरेज.

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