देहरादून–अमृतसर ट्रक से NCB ने पकड़ी 5 लाख नशीली गोलियां—बड़ी कार्रवाई

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने जीरकपुर में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नशे के लिए प्रयोग होने वाली लगभग 5 लाख ट्रामाडोल गोलियां बरामद की हैं। पकड़ी गई दवाइयां एक ट्रक से जो देहरादून से अमृतसर की ओर जा रहा था, उसके रास्ते सप्लाई होने की सूचना पर जब्त की गईं। यह बरामदगी नशे के बड़े जाल की कड़ी बताती है, क्योंकि बरामद दवाओं की यह खेप देशभर में सक्रिय एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा मानी जा रही है, जो प्रतिबंधित दवाओं को गुप्त रूप से विभिन्न राज्यों में पहुंचाता है। साथ ही जीरकपुर पुलिस ने इस ऑपरेशन में अहम सहयोग दिया है, और मामले की आगे की जांच जारी है। अधिक जानकारी पाती हीं तो यह स्पष्ट होगा कि गिरोह का नेटवर्क किन-किन राज्यों तक फैला है और दवाइयों की असल खेप कहाँ भेजी जानी थी। इस संदर्भ में सुरक्षा एजेंसियों के लिए यह एक चेतावनी है कि ड्रग्स रैकेट के नेटवर्क को खत्म करना कितना जरूरी है। अधिक जानकारी के लिए देखिए NCB की आधिकारिक साइट: NCB Official Site तथा ट्रामाडोल पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की जानकारी: Tramadol fact sheet – WHO.

प्रारम्भिक चरणों में मिली जानकारी के अनुसार, एनसीबी के एयरोप्लान-स्टाइल ऑपरेशन का नेतृत्व एनसीबी अधिकारी परमजीत सिंह कुंडू कर रहे थे, जिन्होंने बताया कि प्रतिबंधित दवाओं की तस्करी के संबंध में पिछले एक महीने से गुप्त सूचनाओं का मिलना जारी था। उसी के आधार पर टीम ने नेटवर्क की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी और एक महीना तक निगरानी बनाए रखी। पहली ठोस हिस्सेदारी तब मिली जब देहरादून से अमृतसर जाती वह दवा-भरा ट्रक एकत्र हुआ और इसके आसपास की सरगर्मियों पर पुलिस-एनसीबी ने खास तरह की चौकसी बरती। गुप्त सूचना के आधार पर देहरादून-आधारित इस नेटवर्क की गतिविधियों को ट्रेस किया गया और जाँच के लिए एक रणनीतिक चेक-पोस्ट स्थापित किया गया। नतीजे यह हैं कि सिलसिलेवार पूछताछ और गहन निगरानी के बाद एकत्रित इनपुट्स से यह स्पष्ट हुआ कि ट्रामाडोल का यह बड़ा आवक-जवाब देश के भीतर फैलते नेटवर्क का एक भाग है।

दूसरे चरण में 200 फीट रोड स्थित पहलवान ढाबे के पास संयुक्त नाकाबंदी की गई, जहाँ संदिग्ध ट्रक को रोककर तलाशी ली गई। तलाशी के परिणामस्वरूप लाखों ट्रामाडोल गोलियाँ जब्त हुईं, जो स्पष्ट रूप से एक बड़े रैकेट की विशिष्ट पैकेजिंग और वितरण चक्र का हिस्सा लगती हैं। साथ ही यह बरामदगी यह भी दर्शाती है कि आरोपी गिरोह के यह सदस्य देशभर में सक्रिय नेटवर्क के जरिये दवाओं की भारी मात्रा में तस्करी करते थे। एनसीबी के अनुसार, इतनी बड़ी मात्रा में दवा मिलने से हजारों लोग इससे प्रभावित हो सकते थे और उनकी नशे की गिरफ्त में आ सकते थे। अब अधिकारी गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान करने, उनके ठिकानों के सत्यापन और पूरे रैकेट के भंडाफोड़ की दिशा में तेज़ी से जुटे हैं ताकि सप्लाय चेन को पूरी तरह खत्म किया जा सके। साथ ही जीरकपुर पुलिस ने भी इस ऑपरेशन में सहयोग देकर कार्रवाई की गति बढ़ाई है, जिससे गिरोह के नेटवर्क के अन्य हिस्सों तक पहुँच बनाई जा सके। जैसे-जैसे তদন্ত आगे बढ़ेगी, एजेंसीज़ वाहन-चेकिंग, लॉजिस्टिक सप्लाई चेन और नेटवर्क के अन्य सदस्याओं के रिकाॅर्ड को खंगालकर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करेंगी ताकि नशे के कारोबार को खत्म किया जा सके और समाज को सुरक्षित रखा जा सके।

इस केस के परिप्रेक्ष्य में एनसीबी ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई एक बड़े ड्रग-रैकेट के भंडाफोड़ की दिशा में एक महत्वपूर्ण कड़ी है और भविष्य में भी इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह अभियान यह दर्शाता है कि नशे के विरुद्ध स्थानीय पुलिस-एजेंसी-समुदाय की संयुक्त टीमवर्क से ही बड़ी मात्रा में उपलब्ध ड्रग्स के तस्करों पर लगाम लगाई जा सकती है, ताकि देश के नागरिक नशे की लत से बच सकें। यदि आप इससे जुड़ी ताज़ा खबरों और आधिकारिक बयानों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं, तो आप नीचे दिए गए स्रोतों से विस्तृत जानकारी देख सकते हैं: NCB Official Site और Tramadol fact sheet – WHO.

– Keywords for SEO: NCB crackdown, Narcotics Control Bureau news, tramadol seizure 5 lakh tablets, जीरकपुर नारकोटिक्स डिपार्टमेंट, देहरादून से अमृतसर ट्रक, प्रतिबंधित दवाएं, ट्रामाडोल गिरफ्तार, गिरोह नेटवर्क, उत्तर भारतीय ड्रग्स रैकेट, joint operation India, drug trafficking news.
Related: चंडीगढ़: 7.29 करोड़ की बैंक ठगी—पेश नहीं तो संपत्ति नीलाम