कुराली पहुंचे CM भगवंत मान, बसों में यात्रियों से की बातचीत

आज सुबह अचानक कुराली के बस स्टैंड पर पहुंचे मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने एक अनोखी और खुली चेकिंग दिखाई। मुख्यमंत्री बिना सुरक्षा जत्थे या पूर्व सूचना के अकेले ही कुराली पहुँचे और बस अड्डे की साफ-सफाई, अवस्थापनाओं और यात्रियों की सुविधाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने सबसे पहले स्टैंड के पास बैठकर सवारियों से सीधे बातचीत की और उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश की। इस दौरान चौंकाने वाली बात यह रही कि पुनः व्यवस्थित बस सेवाओं के बारे में जानकारी के लिए वे मौके पर मौजूद थे, ताकि सही कदम उठाए जा सकें। वरिष्ठ नागरिकों में से एक, हरी सिंह नामक बुजुर्ग से बातचीत के दौरान उन्हें बताया गया कि यहां से बसें सामान्यतः नहीं चलतीं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी होती है। मुख्यमंत्री ने इन समस्याओं को संज्ञान में लिया और समस्या का त्वरित निदान खोजने के निर्देश दिए।

करीब एक घंटे तक मुख्यमंत्री मान कुराली बस अड्डे पर मौजूद रहे और वहां मौजूद यात्री-व्यवस्था और डिप्टी कमिश्नर के बीच बातचीत को भी देखा। यात्रियों के अनुसार, अमृतसर के लिए यहाँ से बसें उपलब्ध नहीं रहती हैं, जिस कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बुजुर्ग यात्रियों के साथ उनकी बातचीत में यह भी सामने आया कि जालंधर की राह पर जा रहे मुख्यमंत्री ने स्टैंड पर रुकना उचित समझा ताकि वास्तविक स्थिति का आकलन हो सके। इस बीच CM मान ने हर चेकिंग पॉइंट पर त्वरित रूप से प्रतिक्रियाएं लेते हुए दूरी, समय-सारणी, और रूट-एहतियात के मसलों को भी परखा। उन्होंने मौके पर ही डिप्टी कमिश्नर को बुलाकर स्थिति में सुधार के लिए स्पष्ट आदेश दिए और संबंधित विभाग से तात्कालिक कदम उठाने को कहा।

इस अचानक निरीक्षण से परिवहन विभाग में हलचल मच गई है और अधिकारी-स्टाफ भी इस स्पष्ट संकेत से चौंके रहे कि आम लोगों की सेवाओं में सुधार पर सरकार तात्कालिक फोकस कर रही है। मुख्यमंत्री ने मौके पर ही कुछ प्रमुख कमियों के बारे में संकेत दिये और यात्रियों से सीधे फीडबैक लेते हुए प्रणालीगत बदलावों के सुझाव भी लिए। सुरक्षात्मक इंतजामों के बिना एक नेता का यह तौर-तरीका जहां जनता के बीच की दूरी घटाने में मदद करेगा, वहीं प्रशासन के बीच पारदर्शिता और जवाबदेही के संदेश को भी मजबूत करता है। आगे होने वाले कार्रवाई के तौर पर डिप्टी कमिश्नर ने जो कदम बताए, वे सड़क-यात्राओं की सुविधा बढ़ाने, शेड्यूलिंग में सुधार और सूचना–प्रबन्धन को बेहतर बनाने की ओर इशारा करते हैं।

इस घटना ने यह साफ किया कि पंजाब सरकार परिवहन सेवाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही को कितना महत्त्व देती है और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की यह अप्रत्याशित चेकिंग स्थानीय लोगों के लिए एक सशक्त संकेत बनकर उभरी है। गांवों-शहरों के बीच संपर्क सुधारने के लिए ऐसा फोकस पहले भी दिखा है, पर इस बार सुरक्षा के बिना भी एक मुख्यमंत्री की यह हरकत मुख्यमंत्री के सार्वजनिक-नीति के इरादों को दर्शाती है। आगे भी Kurali बस अड्डे और आसपास के क्षेत्र में नियमित निगरानी, सुविधाओं का आकलन और बस सेवाओं की बहालताओं के लिए सरकारी तंत्र के साथ मिलकर कदम उठाए जाते रहेंगे। अधिक जानकारी के लिए देखें: Punjab Government Official Portal, The Tribune – Punjab News.
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