महाराजा रणजीत सिंह आर्मर्ड फोर्सेज प्रिपरेटरी इंस्टीट्यूट (AFPI) के छह कैडेटों ने पुणे के नेशनल डिफेन्स अकादमी (NDA) खड़कवासला से स्नातक शिक्षा पूरी कर ली है। यह सफलता तीन साल की कठोर, संरचित और चुनौतियों से भरे प्रशिक्षण के बाद मिली है, जिसमें शारीरिक तैयारी, नेतृत्व कौशल, टीमवर्क और उच्च नैतिक मानकों को बार-बार जाँचा गया। पासिंग आउट परेड के अवसर पर रक्षा क्षेत्र के वरिष्ठ अधिकारी उनकी मेहनत की पुष्टि के लिए मौजूद रहे और यह माना गया कि AFPI के इन प्रतिभाशाली छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन दिखाया है। इस खास मौके पर चीफ ऑफ नेवल स्टाफ एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने परेड का निरीक्षण किया, जो इनके कैरियर के लिए एक प्रतिष्ठित मानक बन गया है। AFPI ने अपने छात्रों को भारतीय रक्षा सेवाओं के लिए संपूर्ण रूप से तैयार किया है, ताकि वे आगे की सेवा-जगत में तेजी से कमीशंड अधिकारी बन सकें।
कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने इन कैडेटों को हार्दिक बधाई दी और कहा कि ये युवा पंजाब का मान बढ़ा रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसी सफलताएँ राज्य के युवाओं के लिए प्रेरणा हैं और रक्षा सेवाओं में करियर बनाकर वे पंजाब के सामाजिक-आर्थिक विकास में एक सकारात्मक योगदान दे सकते हैं। पंजाब के विद्यार्थियों के लिए यह उपलब्धि शिक्षा-परिप्रेक्ष्य में एक नया आयाम स्थापित करती है, जो नेतृत्व और देश-भक्ति जैसी قيم्वों को उजागर करती है। ऐसे सफल उदाहरण राज्य के पाठ्यक्रम-निर्माण और प्रशिक्षण कार्यक्रमों को भी प्रेरित करते हैं, ताकि युवा आज के समय में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी अहम भूमिकाओं के लिए तैयार हों।
तीन साल की कठोर प्रशिक्षण के बाद अब ये कैडेट सर्विस ट्रेनिंग अकादमियों में मार्गदर्शित होंगे, जहां एक साल के भीतर वे कमीशंड अधिकारी बनने के कगार पर पहुँचेंगे। इस समूह केcadets में गुरकरन सिंह (मोहाली), हरमनवीर सिंह (मुक्तसर), अर्जुन सिंह तूर (लुधियाना), रिदम महाजन (पठानकोट), अक्षांश अग्रवाल (फतेहगढ़ साहिब) और गुरजोत सिंह (संगरूर) शामिल हैं, जो AFPI से NDA तक की कठोर परंपरा का हिस्सा बने रहे। उनके चयन से पंजाब से रक्षा सेवाओं में प्रवेश के अवसर और बढ़ेंगे, जिससे राज्य के युवाओं के लिए करियर विकल्प और स्पष्ट होंगे और राष्ट्रीय सुरक्षा-सम्बद्ध क्षेत्रों में उर्जा का नया स्रोत पैदा होगा।
यह उपलब्धि पंजाब के युवाओं के लिए एक प्रेरक मिसाल है और AFPI जैसे संस्थान देश की रक्षा-नीति और नेतृत्व-निर्माण के मिशन को मजबूत करते हैं। NDA खड़कवासला जैसी प्रतिष्ठित ट्रेनिंग-मार्ग से गुजरने वाले इन कैडेटों का भविष्य देश की नौसेना, सेना और वायु सेना में कमीशंड अधिकारियों के रूप में उज्जवल रहेगा। अधिक जानकारी के लिए NDA की आधिकारिक साइट देखें: NDA Khadakwasla official site और रक्षा मंत्रालय के अपडेट्स के लिए Ministry of Defence.