उन्होंने बताया कि आज भी जागरूकता की कमी के कारण कई लोग समय पर एचआईवी टेस्ट नहीं करा पाते, जिससे संक्रमण देर से पकड़ में आता है। कार्यक्रम के दौरान लोगों को रोकथाम और जागरूकता की शपथ भी दिलाई गई, जिसमें सुरक्षित यौन व्यवहार अपनाने, रक्तदान या रक्त चढ़वाते समय सावधानी बरतने तथा किसी भी संदेह की स्थिति में नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में एचआईवी जांच कराने पर ज़ोर दिया गया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी के माध्यम से एचआईवी नियंत्रित किया जा सकता है और समय पर उपचार लेने वाले व्यक्ति लंबे समय तक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। वहीं, समाज में मौजूद मिथकों और भेदभाव को दूर करने की भी अपील की गई।