हरियाणा की राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस और जजपा दोनों दलों को एक साथ बड़ा झटका लगा है। क्षेत्र के कई प्रभावशाली कार्यकर्ताओं और स्थानीय पदाधिकारियों ने अपनी पार्टी छोड़कर नए राजनीतिक विकल्प की ओर रुख कर लिया है।
बताया जा रहा है कि इन नेताओं ने अपनी नाराज़गी स्थानीय नेतृत्व की अनदेखी, संगठनात्मक ढीलेपन और क्षेत्रीय मुद्दों के समाधान न होने को लेकर जताई है। बदलाव की यह लहर विधानसभा क्षेत्र में आगामी राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकती है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि गढ़ी सांपला किलोई का यह घटनाक्रम 2026 विधानसभा चुनाव की दिशा बदल सकता है। क्षेत्र में जमीन-स्तर पर सक्रिय नेताओं का पार्टी बदलना वोट बैंक में खिसकाव पैदा कर सकता है।
नई पार्टी में शामिल हुए नेताओं का कहना है कि वे क्षेत्र के विकास और जनता के मुद्दों को मजबूती से उठाने के लिए एक बेहतर प्लेटफॉर्म की तलाश में थे।