15 दिवंगत पत्रकारों के आश्रितों और दो बीमार पत्रकारों को मिलेगी 5-5 लाख की मदद

राज्य सरकार ने पत्रकार कल्याण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए 15 दिवंगत पत्रकारों के आश्रितों और गंभीर बीमारी से जूझ रहे दो पत्रकारों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की मंजूरी प्रदान की है। इस फैसले को पत्रकार बिरादरी और मीडिया संगठनों ने स्वागत योग्य कदम बताया है।

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से जारी जानकारी के अनुसार, यह सहायता राशि पत्रकार कल्याण कोष के तहत स्वीकृत की गई है। सरकार का कहना है कि दिवंगत पत्रकारों के परिवारों को आर्थिक रूप से सहयोग देना राज्य की प्राथमिकता है, क्योंकि पत्रकार समाज की आवाज़ बनकर जनता और शासन के बीच सेतु का कार्य करते हैं।

निर्णय के तहत जिन पत्रकारों के परिवारों को सहायता दी जाएगी, वे पिछले एक वर्ष में विभिन्न कारणों से निधन हुए थे। कई परिवार आर्थिक तंगी का सामना कर रहे थे, ऐसे में यह मदद उनके लिए राहत साबित होगी। वहीं गंभीर बीमारी से ग्रस्त दो सक्रिय पत्रकारों को भी उपचार के लिए पांच लाख रुपये मंजूर किए गए हैं, ताकि वे बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त कर सकें।

मीडिया संगठनों ने कहा कि पत्रकार अक्सर जोखिम उठाकर रिपोर्टिंग करते हैं, और कई बार वे आर्थिक सुरक्षा के अभाव में मुश्किलों से जूझते हैं। उनके परिवारों के लिए ऐसी सहायता योजनाएं बेहद महत्वपूर्ण हैं। पत्रकार संघों ने सरकार से इस कोष को और मजबूत करने तथा पात्र पत्रकारों को समय पर लाभ सुनिश्चित करने की मांग भी की।

सरकारी अधिकारियों ने कहा कि आगे भी पत्रकार सुरक्षा और कल्याण से जुड़ी योजनाओं को विस्तारित किया जाएगा। इसके लिए एक पारदर्शी प्रणाली लागू की जा रही है, जिससे जरूरतमंद पत्रकारों या उनके आश्रितों को समय पर सहायता मिल सके।

सरकार के इस निर्णय से पत्रकार समुदाय में संतोष की भावना है और उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में भी कल्याण योजनाओं का दायरा बढ़ाया जाएगा।