पटियाला ऑडियो विवाद: प्रमुख बिंदु
पंजाब के पटियाला जिले में जिला परिषद व ब्लॉक समिति चुनावों के बीच एक ऑडियो मामला तूल पकड़ रहा है। शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता सुखबीर सिंह बादल इस मामले के प्रमुख आरोपित बनकर सामने आये। उन्होंने शुक्रवार को लुधियाना के झांडे में कहा कि ऑडियो मामले में पटियाला के एसएसपी को जेल भेजना जरूरी है। पुलिस ने पहले ही इसे एआई जनरेटेड बताते हुए मामले की पुष्टि की है। बादल ने विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन्हें एसएसपी बचाने की कोशिश होगी, वे भी अपराध के भागीदार होंगे।
उन्होंने सवाल किया कि संविधान की रक्षा की कसमें लेने वाले पुलिस कर्मी यहां संविधान को खत्म करने की साजिश कैसे कर सकते हैं।
जो भी इस काम में सरकार के पक्ष को बचाने की कोशिश करेगा, उसे भागीदार माना जाएगा। पार्टी का कहना है कि लोकतंत्र की रक्षा सरकार और अफसरों की जिम्मेदारी है, पर राज्य में वे ही इसे खत्म करने पर तुले हैं। अगर यही अधिकारी लोकतंत्र को खत्म करने लगें, तो इसका परिणाम क्या होगा, यह सोचने वाला विषय है।
डी.जी.पी और पुलिस कर्मियों पर निशाना
सुखबीर बादल ने डीजीपी समेत सुरक्षाकर्मियों को चेतावनी दी कि वे एसएसपी के बचाव में आए तो उन्हें भी आरोपी माना जाएगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्ट पुलिस कर्मी समय के साथ संविधान के मूल्यों का उल्लंघन भी कर सकते हैं। बादल ने एआई जेनरेटेड ऑडियो की चर्चा के बीच कहा कि पुलिस तंत्र खुद ही सत्ता के दबाव में है। उन्होंने सवाल किया कि प्रशासनिक तंत्र उच्च स्तरीय भूमिका में रहते हुए लोकतंत्र की सुरक्षा कैसे भूल सकता है। उन्होंने कहा कि एसएसपी के साथ सहयोग कर रहे अधिकारी भी कानून से बच नहीं पाएंगे। डायरेक्ट एक्शन की मांग करते हुए उन्होंने डीजीपी से ठोस कदम उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि एसएसपी और उनके समर्थकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू होनी चाहिए। बादल ने अकाली दल की ओर से शिकायत दर्ज करवाने की कसम खाई। उन्होंने संकेत दिया कि सरकार इसके लिए पूरी ताकत से बचाव कर रही है।
AAP पर आरोप और लोकतंत्र का सवाल
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी अपनी हार से डर चुकी है और इसे रोकने के लिए ताकत का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि जमानत जब्त कराने के लिए पुलिस और अफसरों का जमावड़ा किया जा रहा है। बादल ने आरोप लगाया कि चुनावों को सरकार के पक्ष में मोड़ने की चर्चा भी ऑडियो में स्पष्ट है। यह स्पष्ट करता है कि आम आदमी पार्टी ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए तंत्र का दुरुपयोग करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि पार्टी को अपनी हार दिख रही है और वे पुलिस-प्रशासन के सहारे जीत पाने की योजना बना रहे हैं। ऑडियो में यह भी कहा गया कि चुनाव को सरकार के पक्ष में करने की योजना पर काम हो रहा है। ये बातें लोकतन्त्र पर बड़े सवाल खड़े करती हैं और चुनाव के स्वतंत्र माहौल को चुनौती देती हैं। आगे आवश्यक कार्रवाई के संकेत उन्होंने दिए कि भ्रष्ट तत्वों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी। विस्तृत जानकारी के लिए देखें NDTV पंजाब चुनाव।
आगे की रणनीति: सड़क से कोर्ट तक लड़ाई
उन्होंने कहा कि सूबे की सरकार एसएसपी को बचाने में जुटी है और यह सरकार की अंतिम कोशिश है। साथ ही अकाली दल ने हर मोर्चे पर लड़ाई लड़ने की घोषणा की है। बादल ने कहा कि पब्लिक के अधिकार लौटाने तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि पर्चे दर्ज कराने के लिए पार्टी प्रदेशभर में आंदोलन और कानूनी दांव खेलेगी। सरकार और अफसरों के खिलाफ लोगों से लेकर कोर्ट तक आवाज उठाने का संकल्प दोहराया गया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की वास्तविक रक्षा जनता की है, पर यह लड़ाई सरकार और अफसरों के गठजोड़ के खिलाफ है। इस मुद्दे पर देशभर के राजनीतिक दल ध्यान रखते हुए साक्षर संदेश दे रहे हैं। ऑडियो की सत्यता पर पुलिस ने एआई जेनरेशन का दावा किया है, पर राजनीतिक प्रतिक्रियाओं का सिलसिला जारी है। विस्तृत जानकारी के लिए देखें BBC इंडिया न्यूज़.