सीमांत जनपद। भारतीय सेना ने अपने सद्भावना कार्यक्रम के तहत सीमांत क्षेत्र के गो-गांव में नया सामुदायिक भवन लोकार्पित किया। यह भवन ग्रामीणों की सामाजिक गतिविधियों, बैठकों, प्रशिक्षण कार्यक्रमों और आपदा राहत प्रबंधन से जुड़े कार्यों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
लोकार्पण कार्यक्रम में सेना के अधिकारियों के साथ स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। सेना अधिकारियों ने बताया कि सीमांत क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और नागरिकों को आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराना सेना की प्राथमिकता है।
ग्रामीणों ने सेना का आभार जताते हुए कहा कि लंबे समय से क्षेत्र में एक बहुउद्देशीय सामुदायिक भवन की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। इस भवन के तैयार होने से गांव में सामाजिक समन्वय, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, महिलाओं की बैठकों और युवाओं के कौशल प्रशिक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
सेना ने बताया कि भवन को आधुनिक सुविधाओं के साथ बनाया गया है, जिसमें बिजली, बैठक हाल, स्वच्छ शौचालय और आवश्यक उपकरण शामिल हैं। स्थानीय प्रशासन ने भी भविष्य में ऐसे और विकासात्मक कार्यों के लिए सेना को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
ग्रामीणों का कहना है कि इस पहल से सेना और नागरिकों के बीच सामुदायिक संबंध और अधिक मजबूत होंगे और सीमांत क्षेत्रों में विकास का नया दौर शुरू होगा।लगातार कोशिशें कर रही है। अब इन गांवों के लोग आर्थिक रूप से भी मजबूत होंगे।