राज्यसभा में स्वाति मालीवाल का हमला: पंजाब मुद्दे और केजरीवाल पर आरोप
दिल्ली से AAP सांसद स्वाति मालीवाल ने राज्यसभा में फिर निशाना साधा।
पंजाब के मुद्दों के जरिये उन्होंने केजरीवाल और सहयोगी पर आरोप लगाए।
उन्होंने इशारों-इशारों में तंज कसा, कहा दिल्ली के बड़े नेता अब पंजाब के लिए पुत बन गए हैं।
उन्होंने कहा दिल्ली के बड़े नेता अब पंजाब के लिए पुत बनकर फिर से आलीशान जीवन जी रहे हैं।
दिल्ली के अधिकतर रिजेक्टेड एक्स-एमएलए पंजाब में बैठकर रिटायरमेंट प्लान बना रहे हैं।
स्वाति मालीवाल के भाषण से पंजाब-केजरीवाल मुद्दों पर राजनीतिक धार तेज हुई।
उन्होंने विपक्षी दलों को स्पष्ट जवाब देने की चुनौती दी।
यह भाषण पंजाब के मुद्दों पर दिल्ली-राजनीति की गहराई दिखाने वाला माना गया।
मालीवाल के इस प्रसंग से पार्टी के भीतर भी प्रतिक्रिया की उम्मीद बढ़ी है।
रेत खनन मामले और सीबीआई-ईडी जांच की मांग
आगे उन्होंने अवैध रेत खनन की सीबीआई-ईडी जांच की मांग की।
पंजाब में बड़े नेताओं और अधिकारियों की शह पर खनन चल रहा है।
मालीवाल ने स्पष्ट कहा कि जांच से महा-भ्रष्टाचार के चेहरों का पर्दाफाश होगा।
पैसे किन-किन देशों में पहुंचे, इसका भी पता चलेगा।
विस्तृत कवरेज के लिए देखें: NDTV रिपोर्ट।
वे बोले कि खनन में प्रशासनिक संरचना की मिलीभगत दिखती है और यह सार्वजनिक धन का मामला है।
उन्होंने कहा कि ठीक-ठाक सबूत सामने आए तो बड़ीजनों के नाम भी उभरेंगे।
खुलकर कहा गया कि इस घोटाले से जुड़े दस्तावेज और रिकॉर्ड बचे हैं।
जाँच के दायरे में शामिल संभावित एजेंडे और स्रोतों का उल्लेख किया गया।
हाई कोर्ट के निर्देश और पंजाब में बाढ़ का संदर्भ
हाईकोर्ट ने जनवरी 2025 में खनन से जल प्रवाह परिवर्तन का अलर्ट दिया।
हाईकोर्ट ने कहा था गैरकानूनी खनन से नदियाँ बिगड़ेगी और बाढ़ आएगी।
अगस्त 2025 में पंजाब में 40 साल की सबसे भीषण बाढ़ आई।
इसके कारण लाखों किसान और परिवार भारी नुकसान में डूबे।
यह घटना पर्यावरणीय असंतुलन और अवैध गतिविधियों का प्रभाव भी बताती है।
यह विषय अधिक समझने के लिए देखें: The Hindu।
हाईकोर्ट के चेतावनी के बावजूद खतरे बरकरार रहे और राहत कार्य प्रभावित रहे।
सरकार ने अर्त-नीति और नीतिगत कदमों पर बहस को हवा दी।
समाज के प्रमुख वर्ग मांग कर रहे हैं कि नियम कड़ाई से लागू हों।
यह घटनाक्रम पंजाब के पानी-व्यवस्था और कृषि पर गहराई से असर डालता है।
लोकप्रिय बहस में पड़ोसी राज्यों के हित भी जुड़े दिखते हैं।
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि यह मुद्दा चुनावी मंच पर असर डाल सकता है।
AAP की प्रतिक्रिया और विपक्षी नेताओं के बयान
AAP के प्रवक्ता बलतेज सिंह पन्नू ने कहा, बयान सुनने तक टिप्पणी नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि वे भी स्वाति मालीवाल के बयान की सत्यता का इंतजार कर रहे हैं।
पन्नू ने कहा कि वे अभी बात नहीं कर रहे, इसलिए टिप्पणी संभव नहीं।
AAP के प्रवक्ता नील गर्ग ने कहा उन्हें भी अभी जानकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि बलतेज पन्नू से बात कर विस्तृत जवाब लेंगे।
यह स्थिति पार्टी की ओर से स्पष्ट सफाई और वक्तव्य देने की मांग बन गई है।
जारी बहस में पार्टी स्थिति को संतुलित रखने की कोशिश कर रही है।
सोशल मीडिया पर भी आपत्तिजनक दावे पोस्ट किए जा रहे हैं, जिनकी सत्यता पर समीक्षा जरूरी है।
विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया भी समय की मांग बन गई है।
यह मुद्दा मीडिया कवरेज और सोशल मीडिया पर लगातार ट्रेंड कर रहा है।
Related: बिट्टू का सवाल: 20 लाख वोट मिलने के बाद भी अमृतपाल को पैरोल क्यों नहीं?
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स्वाति का केजरीवाल पर तंज: ‘पंजाब दे पुत्त’—आप बोले नहीं सुना
राज्यसभा में स्वाति मालीवाल का हमला: पंजाब मुद्दे और केजरीवाल पर आरोप
दिल्ली से AAP सांसद स्वाति मालीवाल ने राज्यसभा में फिर निशाना साधा।
पंजाब के मुद्दों के जरिये उन्होंने केजरीवाल और सहयोगी पर आरोप लगाए।
उन्होंने इशारों-इशारों में तंज कसा, कहा दिल्ली के बड़े नेता अब पंजाब के लिए पुत बन गए हैं।
उन्होंने कहा दिल्ली के बड़े नेता अब पंजाब के लिए पुत बनकर फिर से आलीशान जीवन जी रहे हैं।
दिल्ली के अधिकतर रिजेक्टेड एक्स-एमएलए पंजाब में बैठकर रिटायरमेंट प्लान बना रहे हैं।
स्वाति मालीवाल के भाषण से पंजाब-केजरीवाल मुद्दों पर राजनीतिक धार तेज हुई।
उन्होंने विपक्षी दलों को स्पष्ट जवाब देने की चुनौती दी।
यह भाषण पंजाब के मुद्दों पर दिल्ली-राजनीति की गहराई दिखाने वाला माना गया।
मालीवाल के इस प्रसंग से पार्टी के भीतर भी प्रतिक्रिया की उम्मीद बढ़ी है।
रेत खनन मामले और सीबीआई-ईडी जांच की मांग
आगे उन्होंने अवैध रेत खनन की सीबीआई-ईडी जांच की मांग की।
पंजाब में बड़े नेताओं और अधिकारियों की शह पर खनन चल रहा है।
मालीवाल ने स्पष्ट कहा कि जांच से महा-भ्रष्टाचार के चेहरों का पर्दाफाश होगा।
पैसे किन-किन देशों में पहुंचे, इसका भी पता चलेगा।
विस्तृत कवरेज के लिए देखें: NDTV रिपोर्ट।
वे बोले कि खनन में प्रशासनिक संरचना की मिलीभगत दिखती है और यह सार्वजनिक धन का मामला है।
उन्होंने कहा कि ठीक-ठाक सबूत सामने आए तो बड़ीजनों के नाम भी उभरेंगे।
खुलकर कहा गया कि इस घोटाले से जुड़े दस्तावेज और रिकॉर्ड बचे हैं।
जाँच के दायरे में शामिल संभावित एजेंडे और स्रोतों का उल्लेख किया गया।
हाई कोर्ट के निर्देश और पंजाब में बाढ़ का संदर्भ
हाईकोर्ट ने जनवरी 2025 में खनन से जल प्रवाह परिवर्तन का अलर्ट दिया।
हाईकोर्ट ने कहा था गैरकानूनी खनन से नदियाँ बिगड़ेगी और बाढ़ आएगी।
अगस्त 2025 में पंजाब में 40 साल की सबसे भीषण बाढ़ आई।
इसके कारण लाखों किसान और परिवार भारी नुकसान में डूबे।
यह घटना पर्यावरणीय असंतुलन और अवैध गतिविधियों का प्रभाव भी बताती है।
यह विषय अधिक समझने के लिए देखें: The Hindu।
हाईकोर्ट के चेतावनी के बावजूद खतरे बरकरार रहे और राहत कार्य प्रभावित रहे।
सरकार ने अर्त-नीति और नीतिगत कदमों पर बहस को हवा दी।
समाज के प्रमुख वर्ग मांग कर रहे हैं कि नियम कड़ाई से लागू हों।
यह घटनाक्रम पंजाब के पानी-व्यवस्था और कृषि पर गहराई से असर डालता है।
लोकप्रिय बहस में पड़ोसी राज्यों के हित भी जुड़े दिखते हैं।
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि यह मुद्दा चुनावी मंच पर असर डाल सकता है।
AAP की प्रतिक्रिया और विपक्षी नेताओं के बयान
AAP के प्रवक्ता बलतेज सिंह पन्नू ने कहा, बयान सुनने तक टिप्पणी नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि वे भी स्वाति मालीवाल के बयान की सत्यता का इंतजार कर रहे हैं।
पन्नू ने कहा कि वे अभी बात नहीं कर रहे, इसलिए टिप्पणी संभव नहीं।
AAP के प्रवक्ता नील गर्ग ने कहा उन्हें भी अभी जानकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि बलतेज पन्नू से बात कर विस्तृत जवाब लेंगे।
यह स्थिति पार्टी की ओर से स्पष्ट सफाई और वक्तव्य देने की मांग बन गई है।
जारी बहस में पार्टी स्थिति को संतुलित रखने की कोशिश कर रही है।
सोशल मीडिया पर भी आपत्तिजनक दावे पोस्ट किए जा रहे हैं, जिनकी सत्यता पर समीक्षा जरूरी है।
विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया भी समय की मांग बन गई है।
यह मुद्दा मीडिया कवरेज और सोशल मीडिया पर लगातार ट्रेंड कर रहा है।
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