मीडिया कार्यशाला में ट्रस्ट की ओर से सचिव रमेश सारण ने कहा कि ट्रस्ट लगातार फील्ड में जागरूकता अभियानों का आयोजन करता है, ताकि यदि कहीं किसी मजदूर के साथ बंधुआ मजदूरी या मानव तस्करी जैसी स्थिति पाई जाए तो उसकी तुरंत मदद की जा सके और उसे सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके।
उन्होंने कहा कि इस संवेदनशील विषय में मीडिया की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि मीडिया के माध्यम से ही सही जानकारी बड़े स्तर तक पहुँचती है।
कार्यशाला में सोरेन मैडम ने उपस्थित प्रतिभागियों को बताया कि बंधुआ मजदूर या मानव तस्करी के मामलों की पहचान करने के लिए बारीकी तत्वों को समझना अत्यंत जरूरी है, ताकि समय रहते पीड़ित को बचाया जा सके। उन्होंने इस संबंध में कानूनी पहलुओं और लागू प्रावधानों की विस्तृत जानकारी भी दी।
अंत में परियोजना प्रबंधक चेनाराम बिश्नोई ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि संस्था वर्तमान में बंधुआ मजदूरी की रोकथाम, जागरूकता और पीड़ितों को राहत उपलब्ध कराने के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रही है।