मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को लाखामंडल स्थित प्राचीन शिव मंदिर पहुंचे। जहां स्थानीय जनता एवं कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना की और प्रदेशवासियों की शांति, समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे अयोध्या में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर 500 वर्षों के बाद स्थापित हुआ, उज्जैन में महाकाल कॉरिडोर का निर्माण पूरा हुआ, उसी प्रकार उत्तराखंड में भी सांस्कृतिक पुनर्जागरण के लिए व्यापक कार्य चल रहे हैं। इस क्षेत्र के प्रसिद्ध हनोल मंदिर का 120 करोड़ का विशेष मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत इस आध्यात्मिक एवं ऐतिहासिक स्थल का संरक्षण व विकास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया है। पिछले 4.5 वर्षों में 26,000 से अधिक युवाओं को पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ सरकारी नौकरियों में चयनित किया गया है। उन्होंने कहा कि, “यह नौकरियां पूरी तरह मेरिट और प्रतिभा के आधार पर दी गई हैं।” सरकार ने लैंड जिहाद,थूक जिहाद, लव जिहाद और जबरदस्ती धर्मांतरण जैसी गतिविधियों पर सख्त रोक लगा दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाखामंडल की जनता की ओर से दिया गया स्नेह और स्वागत उनके लिए अत्यंत भावुक करने वाला है। उन्होंने जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार उत्तराखंड के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर संकल्पबद्ध है।
16 सूत्रीय मांग पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा:
कार्यक्रम के राज्य मंत्री व कार्यक्रम संयोजक गीता राम गौड़ की ओर से क्षेत्र की विभिन्न स्थानीय समस्याओं से संबंधित 16 सूत्रीय मांग पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सभी मांगों का गंभीरता से परीक्षण कर सकारात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
इस अवसर पर विधायक दुर्गेश्वर लाल,क्षेत्र के जनप्रतिनिधि,कार्यकर्ता एवं भारी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।