नई दिल्ली/राज्य ब्यूरो। ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ताजा केस में साइबर अपराधियों ने एक व्यक्ति को फर्जी ई-चालान भरने का झांसा देकर उसके बैंक खाते से ₹5,11,000 उड़ा लिए। मामला साइबर थाना पुलिस तक पहुंच चुका है और जांच जारी है।
कैसे हुआ पूरा मामला
पीड़ित के फोन पर एक SMS आया, जिसमें लिखा था कि
“आपकी गाड़ी का ई-चालान पेंडिंग है, तुरंत पेमेंट करें ताकि आगे जुर्माना न बढ़े।”
संदेश के साथ एक फर्जी लिंक भी भेजा गया था, जो बिल्कुल सरकारी पोर्टल जैसा दिख रहा था।
पीड़ित ने किया लिंक पर क्लिक, ओटीपी डाली ,बैंक डिटेल्स भरी जैसे ही ओटीपी दर्ज की, उसके खाते से पांच लाख ग्यारह हजार रुपये एक झटके में डेबिट हो गए।
पीड़ित को कब चला पता
कुछ ही मिनटों में लगातार तीन ट्रांजेक्शन होने लगे। बैंक से SMS आए तो पीड़ित के होश उड़ गए। तुरंत बैंक और साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की क्या कार्रवाई
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मामला साइबर थाना में दर्ज
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ट्रांजेक्शन खातों पर फ्रीज लगाने की प्रक्रिया शुरू
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IP एड्रेस और लिंक स्रोत की जांच
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बैंक पासबुक व मैसेज लॉग की तकनीकी जांच
पुलिस ने लोगों को चेतावनी दी है कि किसी भी ई-चालान, कस्टमर केयर, KYC अपडेट या बैंक से जुड़े लिंक पर क्लिक न करें।
साइबर ठगों का नया तरीका: ‘फर्जी ई-चालान लिंक’
देशभर में इस तरह की ठगी sharply बढ़ी है। ठग RTO या पुलिस जैसी वेबसाइट की कॉपी बनाते हैं पीड़ित को डराने वाला मैसेज भेजते हैं छोटे जुर्माने का लालच देकर बैंक डिटेल्स हासिल करते हैं
कैसे बचें ऐसे फ्रॉड से?
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ई-चालान सिर्फ सरकारी पोर्टल echallan.parivahan.gov.in पर ही चेक करें
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किसी भी लिंक पर क्लिक न करें
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ओटीपी किसी को न बताएं
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बैंक ऐप में ‘UPI AutoPay’ और बड़ी लिमिट्स बंद रखें
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संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत 1930 पर शिकायत करें