भास्कर न्यूज, लुधियाना की खास रिपोर्ट के अनुसार श्री ओपी गुप्ता के मार्गदर्शन में SDP मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने हालिया समय में एक सफल ड्राइंग और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस कला आयोजन के लिए बच्चों को छह प्रेरक विषय दिए गए थे—मेरे सपनों की दुनिया, पृथ्वी बचाओ, मेरा स्कूल, मेरा भारत, मेरा परिवार और अंतरिक्ष और ब्रह्मांड। इन विषयों के भीतर विद्यार्थियों ने चित्रों और रंगों के माध्यम से अपनी कल्पनाशीलता को एक नया आयाम दिया, जिससे स्कूल के परिसर में कला के प्रति बच्चों के जुनून और रचनात्मक दृष्टिकोण की एक अनूठी झलक देखने को मिली। बच्चों की कलाकृतियों ने दर्शकों को एक विविध और रोचक तस्वीर-यात्रा दी, जिसमें प्रत्येक चित्र में उनका व्यक्तिगत सोच-विचार और सामाजिक संदेश साफ तौर पर उजागर हुआ।
कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर स्कूल के प्रधान बलराज कुमार भसीन ने छात्रों के प्रयासों की विशेष सराहना की और विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार बांटे। उनके द्वारा बच्चों को दी गई बधाई संदेश में उनके मेहनत, धैर्य और 꾸र्म के साथ कला से जुड़े कौशल को स्थायी सफलता के मार्ग के रूप में देखा गया। भले ही हर बच्चे一等奖 नहीं जीत पाया, सभी प्रतियोगी अपने-अपने विषयों के मुताबिक कलात्मक प्रस्तुति देकर प्रशंसा के पात्र बने, जिससे स्कूल में एक सकारात्मक प्रतिस्पर्धा और सहयोग की भावना बनी रही।
इस आयोजन में भाग लेने वाले विद्यार्थियों के उत्साह को और भी प्रेरणा मिली जब विद्यालय के प्राचार्य डॉ संजीव बिंद्रा ने भी सभी बच्चों को शुभकामनाएं दीं और उनके उज्जवल भविष्य के लिए आशीर्वाद व्यक्त किए। डॉ बिंद्रा के अनुसार ऐसी प्रतियोगिताएं केवल तकनीकी दक्षता नहीं, बल्कि विचार-शक्ति, प्रस्तुति-क्षमता और आत्म-विश्वास के विकास का उत्तम मंच होती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कला-केंद्रित गतिविधियाँ बच्चों के समूह-जीवन को मजबूत बनाती हैं, टीमवर्क, संचार कौशल और समस्या-समाधान की क्षमताओं को धार देती हैं और भविष्य के शैक्षणिक पथ के लिए प्रेरणा बनती हैं।
इस प्रकार के आयोजन न केवल विद्यार्थियों की व्यक्तिगत कलात्मक पहचान बनाते हैं, बल्कि स्कूल में रचनात्मक शिक्षा के महत्व को भी दोहराते हैं। SDP मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कला शिक्षा, छात्र-छात्राओं के संपूर्ण विकास के लिए कितनी अहम है—चाहे विषय-आधारित चित्र हों या विषयगत संदेशों की अभिव्यक्ति। इस प्रकार की प्रेरक गतिविधियाँ समुदाय के बीच एक सकारात्मक संदेश फैलाती हैं कि रचनात्मक कौशल और सामाजिक जागरूकता दोनों साथ चलते हैं। अधिक जानकारी और शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी अपडेट के लिए नीचे दिए गए आधिकारिक संसाधन देखें: Ministry of Education तथा Education in India – Official Portal.
Related: पंजाब में रातों का पारा 1.6°C गिरा—फरीदकोट सबसे ठंडा