घुमार मंडी से पावर लाइन मेकओवर: 2 माह में 25 फीडर

भास्कर न्यूज के अनुसार लुधियाना में अर्बन पावर लाइन अपग्रेडेशन मेकओवर परियोजना की शुरुआत घुमार मंडी से हो चुकी है ताकि शहरों को लटकती तारों, खराब नेटवर्क और बार-बार होती बिजली कटौती से मुक्त किया जा सके। पावर मंत्री संजीव अरोड़ा ने शनिवार को स्थल निरीक्षण के दौरान कहा कि यह कदम राज्य के शहरी बिजली ढांचे में दशकों के बाद सबसे बड़ा परिवर्तन होगा। यह सिर्फ तारें बदलने का नहीं, बल्कि शहरों के विद्युत नेटवर्क का पूरी तरह कायाकल्प है। पायलट प्रोजेक्ट फिलहाल सिटी वेस्ट सबडिविजन के 25 फीडरों में शुरू किया गया है और इसे दो महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है ताकि चरणबद्ध तरीके से आगे के इलाकों में इसे लागू किया जा सके। PSPCL और स्थानीय प्रशासन इसे “स्वच्छ, सुरक्षित और आधुनिक” शहरी बिजली प्रणालियों की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल मान रहे हैं।

योजना के तकनीकी पहलुओं में बिजली खंभों से डिश टेलीविजन और इंटरनेट फाइबर तथा गैर-PSPCL तारों को हटाना शामिल है, ताकि नीचे लटकती संरचनाओं को उच्च और सुरक्षित दूरी पर रखा जा सके। पुरानी तारों के स्थान पर नई कंडक्टर लाइनें चलाई जाएंगी, जिससे ध्रुव-निर्भर फॉल्ट्स कम होंगे और मीटर बॉक्स मौसम-रोधी व छेड़छाड़-रोधी होंगे। यह क्रम पूरे पंजाब के 86 सबडिवीजनों तक फैलने की तैयारी है, यदि पायलट मॉडल सफल रहता है। मंत्री अरोड़ा ने कहा कि इस मॉडेल की सफलता से शहरों में दुर्घटनाओं में कमी होगी, बिजली कटौती घटेगी और सप्लाई अधिक स्थिर और विश्वसनीय बनेगी। राज्य स्तरीय योजना के अनुसार पंजाब के अन्य शहरों में भी इसी प्रकार के सुधारों को अपनाया जाएगा। Punjab Government ने परियोजना के सफल परीक्षण के निर्देश दिए हैं ताकि शहरों की खूबसूरती और सुरक्षा दोनों बढ़े।

घुमार मंडी, फायरोज गांधी मार्केट, कोचर मार्केट, हैबोवाल चौक, माया नगर, महाराज नगर, मॉडल ग्राम, मॉल रोड और शिवदेव मार्ग जैसे लुधियाना पश्चिम के दर्जनों इलाकों में यह कार्य आरंभ हो गया है। उत्तर विधानसभा क्षेत्र के कुंदनपुरी, शाही मोहल्ला, दीप नगर, राजेंद्र नगर, जंडू चौक, सत्संग रोड आदि क्षेत्र भी पायलट प्रोजेक्ट के दायरे में शामिल हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि लटकती तारों और बार-बार टूटने से वर्षों से उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था, जिसे अब यह उपाय दूर करेगा। दुकानदारों का भी कहना है कि सुरक्षित नेटवर्क के चलते व्यापारिक गतिविधियाँ बाधित नहीं होंगी और लाइन फॉल्ट के कारण घंटों इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता जगदेव हंस, अधीक्षण अभियंता कुलविंदर, एक्सईएन गुरदमनप्रीत और बीएसएनएल के प्रतिनिधि मौजूद रहे। मंत्री अरोड़ा ने स्पष्ट किया कि भविष्य में पंजाब के शहरों से लटकती तारें पूरी तरह खत्म हो जाएंगी और पंजाब देश के उन चुनिंदा राज्यों में शामिल होगा जहां शहरी बिजली नेटवर्क सबसे सुरक्षित और आधुनिक होगा। यह निर्णय लोगों की सुरक्षा, शहर की सुंदरता और आर्थिक गतिविधियों के निरंतर संचालन के लिए एक निर्णायक कदम माना जा रहा है और इसे समन्वित तरीके से चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाने की योजना है।

Related: पंजाब में रातों का पारा 1.6°C गिरा—फरीदकोट सबसे ठंडा