गुरदासपुर: मुठभेड़ में माणिक घायल; दीप चीमा हत्या में नाम

कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के करीबी गैंग सदस्य मानिक छेहरटा की देर रात हुई मुठभेड़ में गोली लग गई। घटना बटाला थाना क्षेत्र के सैद मुबारक कुल्लियां गांव के पास हुई जब गश्ती पुलिस ने एक मोटरसाइकिल सवार को रुकने का इशारा किया। चालक ने संकेत मानने से इनकार कर दिया और पुलिस पर गोली चला दी; इसके जवाब में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं। इस मुठभेड़ में मानिक घायल हो गया और उसे तुरंत बटाला के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस की पहली तफ्तीश में स्पष्ट हुआ है कि घायल मानिक छेहरटा जग्गू भगवानपुरिया गैंग से जुड़ा है और 2 नवंबर को बटाला में दीप चीमा की गोली मारकर हत्या के मामले में नामजद पांच आरोपियों में से एक है। वही मौजूदा घटना से यह भी संकेत मिलता है कि पुलिस गैंग के अन्य सदस्यों तक पहुंचने के लिए सक्रिय रूप से दबिश दे रही है।

डीआईजी बॉर्डर रेंज संदीप गोयल ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मानिक अमृतसर का निवासी है और जग्गू भगवानपुरिया गैंग के सक्रिय सदस्य के रूप में वह कई मामलों में संदिग्ध रहा है। उनके अनुसार मानिक के खिलाफ हत्या के प्रयास, फिरौती और आर्म्स एक्ट जैसे मामलों में दर्ज मुकदमे लंबी जानकारी के अनुरूप हैं और पुलिस उसे काफी समय से ढूंढ रही थी। काफ़ी समय से चल रही सतर्क निगरानी के बाद अब नाकाबंदी के समय उसकी वास्तविक पहचान स्थापित हुई और उसके खिलाफ की गई सूचना पर यह कार्रवाई संभव हो पाई। गोयल ने यह भी बताया कि दीप चीमा क़त्ल मामले में दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि शेष तीन आरोपियों में से एक मानिक पुरियां गांव, अमृतसर से बटाला की ओर आ रहा था। नाके पर रोकने के प्रयास के दौरान मानिक ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिससे उसका पैर घायल हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।

दीप चीमा हत्या केस से जुड़े तथ्यों के अनुरूप, पुलिस ने बताया कि इस पूरी घटना में दो आरोपियों को पहले ही पकड़ा जा चुका है, और शेष तीन आरोपियों में से एक मानिक छेहरटा का भी बार-बार संदिग्ध आना-जाना था। अमृतसर के पुरियां से बटाला तक काली रंग की मोटरसाइकिल पर आ रहे मानिक के बारे में यह भी सूचना थी कि नाका-चेकिंग के समय उसने पुलिस के आदेशों को मानने से इंकार कर दिया और उसने गोली चलाई। जवाबी कार्रवाई में मानिक घायल हुआ, और उसका इलाज जारी है; पुलिस ने इसे गैंग-वार के संदिग्ध और आर्म्स एक्ट के मामलों के सिलसिले में एक अहम कड़ी माना है। मानिक के विरुद्ध पूर्व से हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के प्रासंगिक धाराओं के तहत अपराध दर्ज हैं, जिन्हें लेकर पुलिस आगे की पूछताछ और छानबीन कर रही है।

पुलिस के अनुसार घायल मानिक के रिमांड पर लेकर गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में पूछताछ की जाएगी ताकि दीप चीमा हत्या मामले के साथ-साथ गैंग संचालक नेटवर्क का भी खाका साफ हो सके। डीआईजी और एसएसपी बटाला ने घटनास्थल का दौरा कर स्थिति का अवलोकन किया और उन्होंने भरोसा जताया कि गिरफ्तारी की प्रक्रिया जारी रहेगी जिससे गैंग के अन्य सहयोगी भी पकड़ में आ सकें। यह मुठभेड़ जिले में गैंगस्टर गतिविधियों के खिलाफ चल रहे पुलिस अभियान की ताजा मिसाल है और आर्म्स एक्ट के मामलों के परीक्षण-चक्र को तेज करेगी। अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए स्रोत देखें: पंजाब पुलिस | Tribune India.
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