-प्रसिद्ध गायक राज महावर और संजीत सरोहा ने दी मनमोहक प्रस्तुति
गुरुग्राम, 13 नवंबर । स्थानीय गुरुग्राम विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय युवा महोत्सव शंखनाद-6 के दूसरे भी प्रतिभागी विद्यार्थियों ने भव्यता से अपने कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। विश्वविद्यालय परिसर में युवाओं की फौज से पूरा परिवार लघु कुंभ सा नजर आया। रंग-बिरंगे परिधानों में सज-धजकर युवाओं द्वारा पेश किए गए कार्यक्रमों से हर दिल पर खास छाप छोड़ी।दूसरे दिन के युवा महोत्सव कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. संजय कौशिक ने की।
विशिष्ट अतिथि के रूप में मेयर राज रानी मल्होत्रा, प्रसिद्ध समाजसेवी देव प्रसाद भारद्वाज, सोनिया यादव पार्षद, प्रसिद्ध उद्यमी एवं समाजसेवी विनोद मित्तल, सुशील बदरवाल, वरिष्ठ समाजसेवी सुनील जिंदल, जगदीश ग्रोवर, चिदाम्बर, प्रसिद्ध गायक राज महावर, संजीत सिरोहा, यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ. संजय अरोड़ा उपस्थित रहे। अतिथियों ने दीप प्रज्वलन कर दिनभर चलने वाली प्रतिस्पर्धाओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ किया। दूसरे दिन के युवा महोत्सव में युवाओं ने पूरे जोश और जुनून से कार्यक्रमों में भाग लिया। हर विधा में एक-दूसरे से श्रेष्ठ आने के लिए विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा दिखाई। प्रसिद्ध गायक राज महावर और संजीत सरोहा ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। उनके लोकप्रिय गीतों पर छात्र-छात्राएं खूब थिरके। पूरा कैंपस तालियों की गूंज से भर गया। दूसरे दिन विभिन्न विधाओं जैसे वन-एक्ट-प्ले, माइम, मिमिक्री, क्लासिकल डांस, सोलो डांस (फोक) फीमेल, सोलो डांस (फोक)मेल, ग्रुप डांस (सामान्य), इंडियन क्लासिकल म्यूजिक(वोकल), इंडियन क्लासिकल म्यूजिक (इनस्ट) तालवाद्य, लोकगीत (हरियाणवी), लोकगीत (सामान्य), डिबेट हिंदी-इंग्लिश, डाक्यूमेंट्री, शार्ट फिल्म, स्पॉट फोटोग्राफी, कोलाज, कार्टूनिंग, बेस्ट ऑउट ऑफ वेस्ट का भी आयोजन किया गया, जिनमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
अपने संबोधन में कुलपति डॉ. संजय कौशिक ने कहा कि भारत का भविष्य इन युवाओं के हाथों में है, जो न केवल शिक्षा बल्कि कला और संस्कृति के क्षेत्र में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि इसी जोश और अनुशासन के साथ जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ें। तीन दिवसीय युवा महोत्सव का यह दूसरा दिन विश्वविद्यालय परिवार और विद्यार्थियों के लिए यादगार पलों से भरा रहा, जिसने यह साबित किया कि गुरुग्राम विश्वविद्यालय न केवल अकादमिक उत्कृष्टता बल्कि सांस्कृतिक ऊंचाइयों का भी प्रतीक है। इस मौके पर गुरुग्राम मेयर राजरानी मल्होत्रा, ओम स्वीट्स से ओमप्रकाश कथूरिया, चंडीगढ़ से प्राचार्य डॉक्टर अजय शर्मा भी उपस्थित रहे।