हिसार, 24 नवंबर । जिले के गांव पेटवाड़ के लिए सोमवार का दिन ऐतिहासिक रहा जब राष्ट्रपति भवन में गांव के बेटे सूर्यकांत ने चीफ जस्टिस की शपशा ली। जब वे शपथ ले रहे थे तो गांव की मिट्टी की खुशबू राष्ट्रपति भवन में भी महक बिखेर रही थी। परिवार के अलावा गांव की सरपंच उर्मिला समेत चार ग्रामीण भी राष्ट्रपति भवन में मौजूद रहे। पेटवाड़ गांव का बेटा अब देश के सबसे बड़े न्यायालय में बैठकर जस्टिस के ताैर पर ऐतिहासिक फैसले करेगा। गांव में किसी त्योहार की तरह जश्न का माहौल रहा, महिलाएं गीत गाकर खुशियां मना रही थी। ग्रामीणों का कहना है कि जब भी वे गांव में आएंगे तो उनका जोरदार स्वागत किया जाएगा। इस बात की भी खास चर्चा रही कि चीफ जस्टिस ने शपथ लेने के बाद अपनी बड़ी बहन कमला देवी, बड़े भाई मास्टर ऋषिकांत व डाक्टर शिवकांत के पांव छुए। राष्ट्रपति भवन में इतना बड़ा मान सम्मान पाकर बड़ी बहन और बड़े भाई फूले नहीं समा रहे थे। बड़े भाई मास्टर ऋषिकांत व डॉक्टर शिवकांत ने बताया कि सूर्यकांत के जो संस्कार पहले थे वही संस्कार आज भी देखने को मिले। जब शपथ लेने के बाद पांव छुए तो सिर गर्व से ऊंचा हो गया। ये संस्कार प्रदेश की मिट्टी और बुजुर्गों की पहचान को याद दिलाते हैं। उनको बड़ी जिम्मेवारी मिली है वह उसकी पूरी ईमानदारी के साथ निभाने का काम करें और ऐतिहासिक फैसले लेकर देश को आगे बढ़ाने का काम करें। गांव की सरपंच उर्मिला देवी ने बताया कि आज गांव का मान पूरे देश में और भी ज्यादा बढ़ गया है। गांव की मिट्टी के लाल सूर्यकांत ने अपना फर्ज अदा कर दिया। पूरे देश में गांव के नाम पर चार चांद लगा दिए हैं। शपथ ग्रहण समारोह में शामिल पूर्व सरपंच राजेंद्र सिंह, सुरेंद्र नंबरदार व घनश्याम ने बताया कि आज का दिन हमारे लिए ऐतिहासिक रहा। पहली बार राष्ट्रपति भवन के दर्शन हुए और अंदर जाने का मौका मिला। पूरे प्रदेश को गर्व होना चाहिए कि प्रदेश का बेटा आज नया लेकर सबसे बड़े पद पर विराजमान हो गया। गांव से और भी लोग दिल्ली पहुंचे थे जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट में बैठकर शपथ ग्रहण को लाइव देखा।