प्रयागराज, 08 नवम्बर । भारत के वीर शहीद कभी गुलाम नहीं थे। उनके त्याग ओर बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है। यह बात शनिवार को सिविल लाइंस स्थित शहीदवाल पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि गणेश केसरवानी ने कहा।
उन्होंने कहा कि हमारे भारत के वीर शहीद लोग कभी गुलाम नहीं थे। उन्होंने डट कर मुकाबला किया था। चंद्रशेखर आजाद ने कहा था मेरा नाम आजाद है, मैं आजाद हूँ, आजाद ही रहूंगा। यह दर्शाता है कि भारत कभी गुलाम नहीं था। सिर्फ इतिहास कारों ने हमारी संस्कृति को विकृत कर हमें पढ़ाया, जो गलत है।
इस मौके पर पूसार्व सांसद खुसरो बाग में बच्चों के संग प्रो. रीता बहुगुणा जोशी ने शहीदों के अदम्य साहस और राष्ट्रप्रेम की भावना का उल्लेख करते हुए कहा कि आजादी के लिए जिन्होंने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया, वे सदैव हमारे प्रेरणास्रोत रहेंगे। उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी को शहीदों के आदर्शों से प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण में योगदान देना चाहिए।
शहीदवाल पर शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम के सपूतों को श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। बड़ी संख्या में उपस्थित स्कूली बच्चों तथा गणमान्य लोगों ने शहीदों के त्याग और बलिदान को स्मरण करते हुए उन्हें नमन किया और मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित किया। शहीदवाल पर 1919 से 1942 से स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े शहीदों के बच्चों द्वारा नाटक की प्रस्तुति देखकर महापौर ने कहा हमारे भारत के वीर शहीद लोगों ने कभी गुलाम नहीं थे उन्होंने डट कर मुकाबला किया था।
कार्यक्रम के विशिष्ट वक्ता वीरेंद्र पाठक ने उन गुमनाम स्वतंत्रता शहीदों पर प्रकाश डाला, जिनका योगदान इतिहास के पन्नों में भले ही कम दर्ज हो, लेकिन उन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर आजादी की नींव को मजबूत किया। उन्होंने कहा कि ऐसे अंजान वीरों की गाथाएँ जन-जन तक पहुँचनी चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए हिंदी साहित्य भारती के अध्यक्ष दिनेश तिवारी ने कहा कि राष्ट्र के लिए बलिदान देने वाले वीरों का ऋण हम कभी नहीं चुका सकते।
कार्यक्रम संयोजक हुडसा के सचिव डॉ. मणि शंकर द्विवेदी ने अतिथियों का स्वागत किया। साथ ही कार्यक्रम रुपरेखा बनाने वाले डॉ अंबिका पाण्डेय तथा आभार ज्ञापन प्रधानाचार्य कादंबरी द्विवेदी ने किया। इस अवसर पर दादूपुर से आए समदरिया स्कूल के बच्चों द्वारा प्रस्तुत स्वाधीनता आंदोलन पर आधारित लघु नाटिका का मंचन सराहनीय रहा।
कार्यक्रम में राजेंद्र मिश्र बबुआन, डॉ जी. सी. द्विवेदी, डॉ अशोक पाण्डेय, एम पी सिंह, कामता नाथ, डॉ मधुकराचार्य त्रिपाठी, डॉ बबली द्विवेदी, रूपा चतुर्वेदी, राजेश मिश्र, पी के तिवारी, प्रभात शुक्ल, राम अभिलाष चौरसिया, भाजपा नेता विनय शुक्ल, अमित पांडेय आदि लोग शामिल रहे।