जलालाबाद: 2 नई नहरें—20,000 एकड़ को सिंचाई, MLA का वादा

फाजिल्का के किसानो के लिए एक बड़ी राहत का ऐलान हुआ है। जलालाबाद क्षेत्र में दो नई नहरों की मंजूरी मिल गई है, जिसे लेकर मार्केट कमेटी कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस जानकारी को विधायक गोल्डी कंबोज ने साझा किया और कहा कि जलालाबाद क्षेत्र के अनेक गांवों से होकर गुजरने वाली इन नहरों के निर्माण पर सरकार साढ़े 14 करोड़ रुपए से अधिक राशि खर्च करेगी। उनका कहना था कि इन योजनाओं से लगभग 20 हजार एकड़ भूमि को सीधी सिंचाई सुविधा मिलेगी, जिससे स्थानीय किसानों को भारी लाभ होगा और खेती-बाड़ी की उत्पादकता बढ़ेगी। यह कदम फाजिल्का के कृषि विकास और ग्रामीण क्षेत्र की सुधरती जल-व्यवस्था की दिशा में एक अहम मील का पत्थर माना जा रहा है।

पहली नहर बरकतवाला माइनर के रूप में योजना में शामिल है, जो बांदीवाला, चक्क टिंडावाला, बाहमनीवाला समेत कई गांवों से होकर गुजरेगी। इस नहर पर लगभग 8 करोड़ 38 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं और इसकी लंबाई करीब 17.74 किलोमीटर बताई गई है। परियोजना के अनुसार, इस माइनर के माध्यम से लगभग 9,147 एकड़ जमीन को नहरी पानी उपलब्ध होगा, जिससे इन क्षेत्रों में वर्षा-स्वतंत्र सिंचाई की सुविधा के साथ खेतों में पानी के लिए बेहतर नियंत्रण संभव हो सकेगा। ग्रामीण इलाकों के लिए यह उत्तर-दक्षिण दिशा में जल पहुँचाने वाला एक अहम लिंक होगा, जो जल-व्यवस्था को अधिक सुव्यवस्थित करेगा।

दूसरी नहर सैदोके चक्क माइनर होगी, जिसकी अनुमानित लंबाई लगभग 15 किलोमीटर बताई गई है। इस नहर के निर्माण पर करीब 6 करोड़ 30 लाख रुपए की लागत आ रही है और इससे लगभग 12 हजार एकड़ भूमि को लाभ मिलने की उम्मीद है। यह नहर भी ऐसे गांवों तक पानी पहुँचाने में सहायक होगी जहां पहले पर्याप्त नहरी पानी नहीं पहुँच पाता था। साथ ही 4,930 एकड़ क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं में वास्तविक सुधार लाने की योजना है, ताकि किसानों को वर्षा-निर्भरता से बाहर आकर सीधे नहरे के पानी से खेतों में निरंतर जल पहुँचे।

इन नहरों के साथ-साथ सरकार 5 करोड़ 10 लाख रुपए की लागत से पक्के खाल (khals) भी बनाएगी, ताकि खेतों तक सीधे नहरी पानी की आपूर्ति बिना देरी और बफर के सुनिश्चित हो सके। कुल मिलाकर 23.29 किलोमीटर लंबे इन नए खाल की परियोजना से 4,930 एकड़ रकबे के किसानों को लाभ मिलने की संभावना बढ़ेगी। सरकार का उद्देश्य है कि जल-संरक्षण और जल-व्यवस्था का दायरा अधिक समृद्ध हो, ताकि फसल चक्र में बदलाव लाने के साथ-साथ पानी की उपलब्धता अधिक विश्वसनीय बने।

विधायक गोल्डी कंबोज ने स्पष्ट किया कि किसानों को नहरी पानी पहुंचाने का सरकार का वादा बार-बार पूरा किया गया है। इसके पहले भी करोड़ों रुपए खर्च कर उन खेतों तक पानी पहुँचाया गया है, जहाँ आज तक नहरी पानी नहीं पहुंचा था। अब दो नई नहरें मिलने से शेष गांवों के किसानों को भी इस सुविधा का लाभ मिलने की उम्मीद है। यह कदम फाजिल्का में कृषि-विकास के लिए एक निर्णायक परिवर्तन माने जा रहे हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था को जलनीति के साथ मजबूती देगा। अधिक जानकारी के लिए देखें: Tribune India और Punjab Government.
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