धर्मगुरु दलाई लामा शीत प्रवास पर कर्नाटक के लिए रवाना

धर्मशाला। तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा रविवार को अपने वार्षिक शीत प्रवास (Winter Sojourn) के लिए कर्नाटक रवाना हो गए। हर वर्ष की तरह वह सर्दियों के दौरान कुछ समय राज्य के विभिन्न बौद्ध केंद्रों एवं अनुयायियों के साथ बिताएंगे। उनके प्रस्थान के दौरान बड़ी संख्या में भिक्षु, अनुयायी और तिब्बती समुदाय के लोग मौजूद रहे।

बौद्ध मठों में विशेष कार्यक्रम होंगे आयोजित

दलाई लामा कर्नाटक के बौद्ध मठों विशेषकर बैलगावी और मैसूरु क्षेत्र में स्थित मोनास्टिक संस्थानों में अपने अनुयायियों से मुलाकात करेंगे। वहां कई धार्मिक प्रवचन, शिक्षाएं और आध्यात्मिक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।

स्वास्थ्य मानकों का विशेष ध्यान

हाल के समय में दलाई लामा की उम्र और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उनकी यात्रा और कार्यक्रमों को सरल और सीमित रखा गया है। प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा संपूर्ण सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

धर्मशाला से हर वर्ष कर्नाटक का शीत प्रवास

दलाई लामा पिछले कई दशकों से सर्दियों में कर्नाटक प्रवास करते रहे हैं, जहां तिब्बती बौद्ध धर्म के कई प्रमुख मठ स्थापित हैं। यह प्रवास न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि तिब्बती समुदाय के लिए भी उत्साह और आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र होता है।