पंजाब के लुधियाना जिले से एक चौंकाने वाला और संवेदनशील मामला सामने आया है, जिसमें 13 वर्षीय नाबालिग के साथ उसके पिता द्वारा दुष्कर्म की घटना की सूचना मिली है. पीड़िता की मां ने थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद आरोपित पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है। परिवार ने बताया कि बेटी कुछ दिनों से पेट दर्द से जूझ रही थी, जिसे देखते हुए चिकित्सकीय जाँच कराई गई। जाँच के दौरान गर्भधारण की पुष्टि होने पर पूरा परिवार शॉक में आ गया। फिलहाल पुलिस मामले की गहराई से छानबीन कर रही है ताकि सच्चाई 밝 हो सके। पीड़िता ने पूछताछ में बताया कि लगभग चार महीने पहले उसका पिता उसे अपनी फैक्ट्री में ले गया था, जहां उक्त घटनाएं घटित हुईं, और उसी क्रम में गर्भधारण भी हो गई। मां ने कहा कि पिता ने बेटी के साथ कई बार गलत काम किया, जिसके कारण अब वह गर्भवती है।
पुलिस ने आरोपी पिता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार) और POSCO Act (Protection of Children from Sexual Offences Act) के तहत मामला दर्ज कर लिया है और उसे गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया शुरू की गयी है. इस केस की संवेदनशीलता देखते हुए जांच टीम हर पहलु पर सतर्क है और मेडिकल प्रमाणों के साथ साथ बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं. पीड़िता की स्थिति को देखते हुए चिकित्सीय और मानसिक सहायता की व्यवस्था भी की जा रही है ताकि वह इस traumatising घड़ी से उबर सके. साथ ही पुलिस ने संकेत दिया है कि कानून के अनुसार आरोपी को कड़ी सजा दिलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे. अधिक जानकारी के लिए POSCO Act के बारे में लोकप्रিয় संदर्भ भी देखे जा सकते हैं और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) व Childline इंडिया जैसी संस्थाओं से उपलब्ध सहायता के बारे में जाना जा सकता है.
यह मामला क्षेत्र में सुरक्षा और बाल संरक्षण के सवालों को फिर से उभार देता है. इलाके के लोग और सामाजिक समूह आरोपी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लग सके. स्थानीय प्रशासन ने भी स्थिति की गंभीरता समझकर पीड़िता के परिवार के लिए सुरक्षा और राहत के उपायों को प्राथमिकता दी है, और स्कूलों-समाज केंद्रों के बीच जागरूकता कार्यक्रमों को तेज करने का संकेत दिया है. बाल सुरक्षा के क्षेत्रों में तैनात अधिकारी यह स्पष्ट कर रहे हैं कि नाबालिगों के साथ यौन अपराध किसी भी हालत में नहीं सहन किए जाएंगे और दोषी को कानून के अनुसार सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी. वक्त की मांग है कि ऐसे दुर्भाग्यपूर्ण मामलों के लिए जल्द से जल्द त्वरित न्याय मिले और पीड़ित परिवार को आवश्यक सहायता उपलब्ध हो।
कुल मिलाकर, पंजाब में लुधियाना की यह घटना न सिर्फ एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि नाबालिगों के संरक्षण के लिए कानून, प्रशासन और परिवार सभी मिलकर सशक्त उपाय करें. यदि आप या आपका कोई परिचित इस प्रकार के खतरे में है, तो तुरंत सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस से संपर्क करें और नज़दीकी बाल सुरक्षा केंद्रों या हेल्पलाइन सेवाओं का सहारा लें. याद रहे, ऐसी घटनाओं पर कार्रवाई में देरी नहीं होनी चाहिए ताकि पीड़िता और उसके परिवार को न्याय मिला सके.
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