किसान आंदोलन में “वॉटर कैनन बॉय” के नाम से पहचाने जाते नवदीप सिंह जलबेड़ा पर पंजाब में FIR दर्ज हुई है। लुधियाणा जिले में दर्ज इस मामले में पुलिस ने आरोप लगाया है कि पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ में चल रहे प्रदर्शन के दौरान नवदीप ने मंच से ब्राह्मण समाज के खिलाफ कथित रूप से असभ्य और अपमानजनक टिप्पणी की। इस टिप्पणी से ब्राह्मण समुदाय के भीतर तीव्र प्रतिक्रियाएं उभर कर सामने आईं और पंजाब भर के ब्राह्मण नेताओं ने इस मामले में कड़ा संज्ञान लिया। FIR के अलावा आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने छापेमारी की कार्रवाई शुरू कर दी है और कई टीमें हरियाणा की ओर जाकर दबिश डालने की तैयारी में हैं।
फरवरी/मार्ग 2024 के आसपास की इस घटना के संदर्भ में शिकायत ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पंकज शारदा ने दर्ज कराई, जिसका साथ राजीव शर्मा, पाली सहजपाल, Pandit राजन शर्मा और राज्य के विभिन्न हिस्सों से अन्य समुदाय के प्रतिनिधियों ने दिया है। FIR में दो प्रमुख बिंदु बताए गए हैं: पहले तो नवदीप ने पंजाब विश्वविद्यालय के मंच से “दिल्ली का गंदा राज नहीं चलेगा” और “पाखंडी ब्राह्मण का राज नहीं चलेगा” जैसे विचार प्रस्तुत किए, साथ ही “पंजाब पर सिर्फ बाबा नानक का राज चलेगा” जैसे शब्द कहे जाने की बात कही गई। इन कथनों के कारण ब्राह्मण समुदाय के बीच आक्रोश बढ़ा और विपक्षी दलों के साथ-साथ सामाजिक संगठनों ने भी इसकी कड़ी निंदा की है।
पुलिस की ओर से दिए गए बयान में कहा गया है कि नवदीप के विरुद्ध BNS की धारा 299 के तहत आरोप दर्ज किए गए हैं और मामले की आगे की कानूनी कार्रवाई कानून की धारा अनुसार तय होगी। SHO गुरजीत सिंह ने स्पष्ट किया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है और जांच उपयुक्त थाना डिवीजन नंबर 2 के अधीन की जा रही है। प्रशासन का मानना है कि इस तरह की विवादित टिप्पणियाँ सामाजिक सौहार्ण्य को नुकसान पहुंचाती हैं और कानून सभी के लिए समान कार्रवाई लागू करेगा। उधर, हरियाणा से पंजाब तक की कानून-व्यवस्था को देखते हुए पुलिस की कई टीमें गिरफ्तारी के इरादे से राज्य के भीतर और बाहर की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं।
पिछले किसान आंदोलनों के दौरान नवदीप जलबेड़ा का नाम “वॉटर कैनन बॉय” के रूप में प्रसिद्ध हुआ था। 2020-21 के दौर में शंभू बॉर्डर पर हुई घटनाओं में उसने पुलिस की वज्र वाहन से चल रही पानी की धार को किसानों की ओर मोड़ने के बजाय उलटन कर दिया था, जिससे वह चर्चा का विषय बन गया। इस पृष्ठभूमि के कारण उसकी गिरफ्तारी की खबरें और विवादों की स्थिति तेज हो गई है, क्योंकि प्रदर्शन के मौसम में ऐसे बयानों से समुदायीय चिंगारियाँ और तनाव बढ़ सकता है। पंजाब-हरियाणा सीमाओं पर कानून-व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन की प्राथमिकता है, ताकि सार्वजनिक स्थानों पर होने वाले प्रदर्शन सौहार्दपूर्ण ढंग से संचालित हो सकें और किसी भी समुदाय के विरुद्ध असंसदीय भाषा या दुरुपयोग से बचा जा सके।
नवदीप सिंह जलबेड़ा के इस FIR से जुड़े घटनाक्रमों की बारीकी से निगरानी हो रही है, और पुलिस इसे संवेदनशील मानकर उच्च स्तरीय अनुष्ठानिक कदमों के साथ आगे बढ़ा रही है। ऐसे मामलों में सामाजिक अस्मिता और धार्मिक दबावों के बीच संतुलन बनाए रखना कानून-व्यवस्था के लिए अहम चुनौती है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसे स्थानीय पुलिस के साथ-साथ संबंधित विभागों द्वारा उचित कानूनी प्रक्रिया के अनुसार जुटाकर सार्वजनिक रूप से बताया जाएगा।
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