लुधियाना: KMM ने चिप वाले बिजली मीटर हटाए—PSPCL में जमा?

लुधियाना के ससुराली गाँव में मीटर उतारने की घटना

लुधियाना के ससुराली गाँव में घटना हुई है। KMM नेता दिलबाग सिंह ने इसकी अगुवाई की है। पूर्व सरपंच चरणजीत सिंह के घर से चिप वाला मीटर हटाया गया। मीटर हटाने की पुष्टि现场 में हुई। यह कदम औपचारिक कार्रवाई नहीं माना गया। मोर्चा और यूनियन ने सक्रिय भूमिका निभाई। किसानों ने मीटर उतरवाने की मांग की है। चरणजीत सिंह ने दावा किया, महकमे ने दबाव डालकर मीटर लगाया। उनका तर्क है कि उनका मीटर भी उतरना चाहिए। यह स्थिति इलाके की बिजली नीति पर सवाल उठाती है। किसान यूनियन और किसान मजदूर मोर्चा ने समर्थन दिया है।

मंत्री क्षेत्र और निजीकरण के दावे

गौर करने योग्य बात है कि मीटर हटाने का काम लुधियाना से हुआ है। यह शहर पंजाब के बिजली मंत्री संजीव अरोड़ा के गृह जिले में आता है। दिलबाग सिंह ने कहा, सरकार मीटर के जरिये बिजली निजी करना चाहती है। मीटर लगवाने वाले सभी मीटर पावर कॉम के दफ्तर में जमा होंगे। उपभोक्ताओं पर कार्रवाई नहीं हो, यह उनकी चेतावनी है। किसान मजदूर मोर्चा के कारण यह आंदोलन तेज हुआ है। उन्होंने कहा, जो भी कार्रवाई करनी हो वही दिलबाग सिंह पर होनी चाहिए। कानून और नीति पर उनकी नजर निरन्तर बनी है।

जसवीर कौर का अनुभव

जसवीर कौर एक उपभोक्ता हैं और उनका कहना है, उनके घर का मीटर जल गया था। इसके बाद पावर कॉम ने चिप वाला मीटर लगाया। बिल की बुकिंग अब तक स्पष्ट नहीं है। उन्हें कितनी यूनिट जलीं यह भी पता नहीं। सिर्फ मोबाइल पर एक संदेश मिलता है। उन्होंने किसान यूनियन से मीटर काटने की अपील की। उनका अनुमान है कि मीटर लगाकर गलत बिलिंग की जा रही है। वह मानती हैं कि यह जनता की परेशानियाँ बढ़ा रहा है।

स्थिति और आगे की राह

यह मामला बिजली मीटर और निजीकरण की नीति को सामने लाता है। किसान यूनियन और मोर्चा सरकार के रवैये पर सवाल उठा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रियाएँ अभी स्पष्ट नहीं हैं। पार्टी और समुदाय के बीच तनाव बढ़ रहा है। आम नागरिकों के हित कैसे सुरक्षित रहें, यह महत्वपूर्ण सवाल है। अधिक जानकारी के लिए देखें PSPCL और स्मार्ट मीटर से जुड़ी जानकारी:
PSPCL Official Website
Smart Meter Overview
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