नंधौर नदी के पांचों गेटों पर खनन कार्य शुरू,एडीएम ने किया निरीक्षण

नंधौर नदी क्षेत्र में खनन गतिविधियों को नियमित करते हुए प्रशासन ने पांचों गेटों पर खनन कार्य शुरू करने की अनुमति दे दी है। कार्य शुरू होने के पहले दिन एडीएम ने स्वयं स्थल का निरीक्षण किया और अधिकारियों एवं ठेकेदारों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान खनन कार्य की पारदर्शिता, सुरक्षा मानकों तथा परिवहन व्यवस्था की समीक्षा की गई।

एडीएम ने खनन क्षेत्र में मशीनरी, मज़दूरों की सुरक्षा और रेत परिवहन वाहनों की आवाजाही को लेकर मौके पर ही अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने स्पष्ट कहा कि खनन कार्य केवल निर्धारित सीमाओं और स्वीकृत क्षेत्र में ही किया जाए। किसी भी तरह की अवैध गतिविधि या निर्धारित सीमा से बाहर खनन पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई।

निरीक्षण के दौरान एडीएम ने कहा कि खनन से सरकार को राजस्व प्राप्त होता है, लेकिन यह पूरी प्रक्रिया पर्यावरणीय मानकों और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए ही संचालित की जानी चाहिए। उन्होंने खनन कंपनियों और संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि वाहनों की जीपीएस ट्रैकिंग, ओवरलोडिंग पर रोक और डस्ट कंट्रोल उपाय सुनिश्चित किए जाएँ।

स्थानीय प्रशासन ने बताया कि नंधौर नदी के पांचों गेटों पर खनन कार्य शुरू होने से निर्माण कार्यों में उपयोग होने वाली रेत की आपूर्ति सुगम होगी। इससे प्रदेश के विभिन्न विकास परियोजनाओं को रफ्तार मिल सकती है। वहीं, खनन शुरू होने से क्षेत्र के स्थानीय लोगों को रोज़गार के अवसर भी मिलेंगे।

एडीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि खनन स्थलों पर नियमित निरीक्षण जारी रखा जाए ताकि नियमों का पालन सुनिश्चित हो सके। साथ ही, पर्यावरणीय प्रभाव को न्यूनतम रखने के लिए पुनर्वास और संरक्षण गतिविधियों को भी प्राथमिकता देने की बात कही।

नंधौर नदी क्षेत्र में प्रशासन की सक्रियता के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि खनन कार्य व्यवस्थित, पारदर्शी और सुरक्षित तरीके से आगे बढ़ेगा।