पानीपत के पिता टिंडर पर मिले पुरुष से HIV पॉज़िटिव

पानीपत शहर से जुड़ा एक चौंकाने वाला HIV मामला सामने आया है, जिससे ऑनलाइन डेटिंग ऐप्स के माध्यम से संक्रमित होने के जोखिम एक बार फिर चर्चा में आ गया है। हादसे में दो बच्चों के पिता ने अपने एक साथी से ऑनलाइन मुलाकात की, जो एकGay पुरुष था, और उनके बीच कई बार असुरक्षित यौन संबंध बने। कुछ ही समय बाद उसे दस्तों की लगातार तकलीफ और अन्य संकेत दिखने लगे, जिसके चलते निजी अस्पताल में HIV टेस्ट कराए गए और परिणाम पॉजिटिव आ गया। इसके बाद मरीज को নদनगरी के सिविल अस्पताल के एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (ART) सेंटर में भर्ती किया गया, जहाँ उसका इलाज और काउंसलिंग शुरू हो चुकी है। यह मामला ऑनलाइन डेटिंग एप के जरिये HIV संक्रमण से जुड़ा पहला ऐसा केस माना जा रहा है, और ART केंद्र के डॉक्टरों व काउंसलरों के लिए यह एक चेतावनी पूर्वक उदाहरण बनकर सामने आया है। साथ ही स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी इस दिशा में जागरूकता और रोकथाम के कदम मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दे रहे हैं।

पीड़ित व्यक्ति ने दावा किया कि उसने Tinder जैसे ऑनलाइन डेटिंग एप पर ‘गे’ पुरुष से दोस्ती की और उसके साथ मुलाकातों के दौर में असुरक्षित यौन संबंध बनाए। उसने बताया कि कई बार एप के जरिए उसे बुलाकरहलात हुए और इस क्रम में जोखिम भरे व्यवहार की आदतें बनी रहीं। कुछ समय बाद उसे डायरिया जैसी शिकायत शुरू हुई जो बार-बार ठीक नहीं हो रही थी, जिससे डॉक्टरों ने HIV टेस्ट की अनुशंसा की और परिणाम पॉजिटिव आए। मामला त्वरित तौर पर सरकारी ART सेंटर पहुँचा, जहां चिकित्सक अब रोगी को उपचार के साथ-साथ मानसिक-सामाजिक काउंसलिंग भी दे रहे हैं। यह स्थिति दर्शाती है कि ऑनलाइन डेटिंग ऐप्स से जुड़कर HIV संक्रमण होने की संभावनाएं वास्तविक हैं और एहतियात बरतना बेहद जरूरी है।

ART सेंटर के काउंसलर ने इस केस के संदर्भ में दो अहम बातें साझा कीं। पहली, ऑनलाइन डेटिंग एप्स के माध्यम से मिलेजुलकर रहने वाले लोगों के बीच सुरक्षित यौन व्यवहार बनाए रखना बेहद आवश्यक है—कंडोम का प्रयोग और नियमित स्क्रीनिंग—ताकि संक्रमण की चपेट में आने वाले जोखिम को कम किया जा सके। दूसरी, HIV रोकथाम और उपचार के लिए हर व्यक्ति को समय-समय पर HIV टेस्ट करवानी चाहिए और हिस्सेदारों के साथ पारदर्शिता बनाए रखना चाहिए। वैश्विक व भारतीय स्तर पर भी यह स्पष्ट है कि सतर्कता और जानकारी ही HIV संक्रमण के प्रसार को रोक पाने के सबसे मजबूत उपाय हैं। अधिक जानकारी के लिए आप विश्व स्वास्थ्य संगठन के HIV/AIDS पन्ने यहाँ और CDC की HIV Basics गाइडलाइन यहां देख सकते हैं।

इस मामले की प्रकृति बेहद संवेदनशील है और प्रशासन ने इसे लेकर जागरूकता अभियान तेज करने का निर्णय लिया है ताकि ऑनलाइन डेटिंग एप्स के इस्तेमाल के दौरान सुरक्षा उपायों के बारे में लोगों को जानकारी मिल सके। स्वास्थ्य विभाग का जोर है कि विशेषकर युवा और वयस्क आबादी इनमें शामिल है, और यौन स्वास्थ्य से जुड़े जोखिमों पर सही जानकारी, नियमित जाँच और त्वरित उपचार जरूरी है। साथ ही LGBT कम्युनिटी के साथ-साथ सामान्य जन के लिए भी यह संदेश है कि HIV से सुरक्षा—यौन स्वास्थ्य सुरक्षा—के लिए सावधानी और नैतिक जिम्मेदारी जरूरी है। इस केस से मिली सीख यह है कि सोशल-डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर मिलने के बावजूद सुरक्षा और पारदर्शिता सबसे ऊपर होनी चाहिए, ताकि भविष्य के समाजिक-स्वास्थ्य जोखिमों को कम किया जा सके।

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