फगवाड़ा में शिवसेना नेता व बेटे पर हमला, शहर बंद का ऐलान

फगवाड़ा के निकट जालंधर हाईवे स्थित बाजार में शिवसेना नेता इंद्रजीत करवल और उनके बेटे जिम्मी पर सोमवार-शुक्रवार की दरमियानी रात जानलेवा हमला किया गया। हमले में करवल के कान काटने जैसी गंभीर चोटें आईं और जिम्मी के सिर पर भी घातक चोटें बताई जा रही हैं। घटना के समय इलाके में अफरा-तफरी मच गई और Supporting eyewitnesses के मुताबिक हथियारबंद हमलावर घटनास्थल से फरार हो गए। करवल ने दावा किया है कि उनके ऊपर तेज धार के हथियार से हमला किया गया और गोली चलाई गई, हालांकि अस्पताल ने गोली लगने की पुष्टि नहीं की है। पुलिस का कहना है कि घटना की छानबीन चल रही है और गोली चलने की आधिकारिक पुष्टि नहीं मिली है, फिर भी चोटों के विवरण से मामला बेहद गंभीर बन रहा है। इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लोग चिंतित हैं और बाजार बंद करने की मांग कर रहे हैं।

घटना के बाद फगवाड़ा शहर के बाजार में भारी रोश उठ खड़ी हो गई और दुकानदारों ने जालंधर हाईवे पर धरना देकर बाजार बंद रखने का आह्वान किया। दुकानदारों का कहना था कि हमलावर कई दिनों से धमकी दे रहे थे और इंद्रजीत करवल ने पुलिस को भी जानकारी दी थी, परंतु कार्रवाई नहीं हुई। परिणामस्वरूप आज की घटना ने एक अहम नेता और उनके परिजन को नुकसान पहुंचाया। इलाके के नागरिकों का मानना है कि अगर समय रहते ठोस कार्रवाई होती तो इस तरह की घटना घटना टाली जा सकती थी। बाजार बंद और धरने के इस दौर में पुलिस से जवाबदेही की मांग तेज हो गई है।

इस whole घटनाक्रम पर पुलिस अधिकारीयों ने स्थिति संभालने की कोशिश की है। स्पेशल ऑफिसर-इन-चार्ज (एसपी) फगवाड़ा, माधवी शर्मा, ने अस्पताल में घायलों के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि जांच चल रही है और आरोपियों के बारे में जल्द ही स्पष्ट परिणाम सामने आएंगे। साथ ही DSP भारत भूषण ने कहा कि पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाई थी, पर उन्होंने अस्पताल में घायलों के बयान लिए हैं और कहा कि टीम बनाकर आरोपियों को पकड़ने की कार्रवाई तेज की जा रही है। करवल ने आरोप लगाया कि पुलिस ने पहले से मिली सूचना के बावजूद कार्रवाई नहीं की और इसका नतीजा आज भुगता गया, जबकि पुलिस का कहना है कि गोली चलने की पुष्टि अभी तक नहीं है। एक-दो नामों के अलावा अन्य कई फोन नंबरों की जानकारी भी पुलिस के पास है, जिसे संज्ञान में लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

घायलों के पास समर्थकों ने एक नाम दानिश होने की संभावना बताई है, जिसे लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। घटनाक्रम के चार घंटे बाद फगवाड़ا के अस्पताल में एसपी माधवी शर्मा के पहुंचने की चर्चा रही, पर कुछ ही समय में करवल के साथियों ने पुलिस पर सवाल उठाए और यह भी कहा गया कि मौजूदा पुलिस अधिकारी इस तरह की घटनाओं में लापरवाह हैं। करवल के साथियों ने पुलिस से सुस्पूर्ण तरीके से कार्रवाई की मांग की और कहा कि अगर पहले से मिली सूचना के आधार पर कार्रवाई होती तो यह हमला नहीं होता। पुलिस ने कहा है कि सभी तथ्य एकत्र किए जा रहे हैं और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने और शहर में इस प्रकार के घटना को रोकने के लिए आगे की रणनीति पर विचार किया जा रहा है।

यह घटना राजनीतिक-धाराओं के बीच बढ़ते तनाव और सुरक्षा के सवालों को फिर से सामने लाती है। फगवाड़ा गोलीकांड की वास्तविक वजह, आरोपी किन्हें निशाना बना रहे थे और आगे इन आरोपियों के विरुद्ध क्या-क्या कदम उठाए जाएंगे, यह अगले कुछ समय में स्पष्ट हो पाएगा। खबर की ताजा अपडेट के लिए हमारे साथ बने रहें। अधिक जानकारी के लिए पढ़ें: Tribune India और Hindustan Times.

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