पंजाब के 6 जिलों में कोल्ड वेव अलर्ट: 48 घंटे में तापमान घटेगा 2°C

पंजाब के छह जिलों—फिरोजपुर, फरीदकोट, मुक्तसर, फाजिल्का, बठिंडा और मानसा—में कोल्ड वेव के कारण येलो अलर्ट जारी किया गया है। यह अलर्ट अगले 48 घंटों तक प्रभावी रहेगा और मौसम विभाग ने बताया है कि इस अवधि में राज्य में ठंड बढ़ने की उम्मीद है। साथ ही न्यूनतम तापमान सामान्य से लगभग 2.7 डिग्री सेल्सियस नीचे बना रहेगा, जबकि अधिकतम तापमान में लगभग 0.1 डिग्री की छोटी गिरावट दर्ज होगी। दिन के समय तापमान पहले जहां करीब 30 डिग्री Celsius के आसपास था, अब यह 26 से 29 डिग्री के बीच बना हुआ है। ठंड के साथ ही यह उम्मीद भी जताई जा रही है कि 48 घंटे के भीतर तापमान में कुल मिलाकर 2 डिग्री तक गिरावट देखी जा सकती है, और उसके बाद स्थिति में हल्का सुधार शुरू होगा।

राज्य के प्रमुख शहरों में न्यूनतम तापमान क्रमशः प्रभावित हो रहा है। फरीदकोट में सबसे कम तापमान 7.2°C रिकॉर्ड किया गया, जबकि अमृतसर का न्यूनतम तापमान 9.6°C रहा। लुधियाना में तापमान 9.0°C, पटियाला में 10.1°C, बठिंडा में 8.0°C और गुरदासपुर में 10.0°C दर्ज हुआ। SBS नगर में न्यूनतम तापमान 9.1°C रहा। इन आंकड़ों के आधार पर स्पष्ट है कि 48 घंटों में पंजाब के तापमान में ठंडक की तीव्रता बढ़ सकती है और पूरी तरह से ठंड के असर को महसूस किया जा सकता है।

आगामी 48 घंटों के दौरान तापमान में 2°C तक गिरावट की संभावना बनी रहेगी, उसके बाद प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्का सुधार शुरू होगा और तापमान सामान्य के करीब लौटने की उम्मीद है। खासकर पठानकोट, गुरदासपुर और अमृतसर जिलों में न्यूनतम तापमान 6 से 8°C के बीच पहुंच सकता है, जबकि राज्य के अन्य क्षेत्रों में 8 से 10°C के बीच गिरावट रहने की संभावना है। उत्तर और पश्चिमी जिलों में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहने के अलावा कई इलाकों में ठंड कड़ी बनी रहने की आशंका है, जबकि अन्य हिस्सों में तापमान सामान्य के लगभग बराबर रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, इन स्थितियों के बीच लोगों को गर्म वस्त्र पहनने, रात के समय गर्म कपड़ों का खास उपयोग और बच्चों, बुजुर्गों तथा स्वास्थ्य से कम सक्षम लोगों के लिए सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी जा रही है। कृषि क्षेत्र के लिए भी पाले से फसलों की सुरक्षा के लिहाज से आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता होगी, ताकि ठंड से नुकसान रोका जा सके। आगे भी स्थानीय मौसम कार्यालय स्थिति की ताज़ा रिपोर्ट जारी करेगा, ताकि लोग मौसम के बदलाव के अनुरूप अपनी योजनाओं को व्यवस्थित कर सकें।