पंजाब में कड़क सर्दी: कई शहर 10°C से नीचे, पराली 3020

पंजाब में मौसम की ठंडक भले ही बरकरार है, लेकिन तापमान में गिरावट का क्रम थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य में न्यूनतम तापमान धीरे-धीरे कम हो रहा है और गुरुवार को भी 0.3 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। मौसम के इस बदलाव के बीच राज्य के अधिकांश शहरों में न्यूनतम तापमान लगभग 10°C के आसपास रहा, जिससे ठिठुरन में बढ़ोतरी दिख रही है। वहीं, पराली जलाने की घटनाओं में भी वृद्धि देखी जा रही है, जिससे वायु प्रदूषण में इजाफा हो रहा है और लोगों की सांसों पर असर पड़ रहा है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के गृह जिले में पराली जलाने के मामले तेज रहने की रिपोर्ट ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि शुद्ध वायु गुणवत्ता बनाए रखना जनता के स्वास्थ्य के लिए अहम माना जा रहा है।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार पंजाब के तापमान में 0.3°C की कमी हुई है। गुरुवार को देश के अन्य हिस्सों के मुकाबले पंजाब का अधिकतम तापमान लगभग 30°C के आसपास रहा। खास तौर पर कुछ शहरों में तापमान के मापदंड इस प्रकार दर्ज किए गए: अमृतसर 25.7°C, लुधियाना 26.5°C, पटियाला 27°C, पठानकोट 26.5°C और बठिंडा 29.4°C। इसके विपरीत राज्य का न्यूनतम तापमान फरीदकोट में 7.2°C के रूप में रिकॉर्ड किया गया, जो पंजाब के ठंडेपन की तस्वीर को स्पष्ट करता है। इस क्रम में मौसम के संतुलन के बीच तापमान के इन विभेदों को देखते हुए कृषि और जनजीवन दोनों पर असर पड़ रहा है।

पराली जलाने के कारण पंजाब में वायु गुणवत्ता पर असर स्पष्ट रूप से दिख रहा है। रात 9 बजे तक के अनुसार शहरों के AQI में हलचल और खामोश प्रदूषण के स्तरों की चिंता बनी हुई है। 15 सितम्बर से 12 नवंबर तक इस सीजन में कुल 4,662 पराली जलाने के मामले सामने आए, जिनमें नवंबर महीने में ही 3,020 घटनाएं दर्ज हुईं। सबसे अधिक 402 घटनाएं संगरूर जिले से थीं, जो मुख्यमंत्री मान के गृह जिले के रूप में भी पहचाने जाते हैं; इसके अलावा फिरोजपुर से 327, तरनतारन से 288, मोगा से 280, मुक्तसर से 278, मानसा से 294 और फाजिल्का से 178 मामले दर्ज हुए। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि पराली जलाने की चुनौती पंजाब के शहरों-शहरों में लगातार बढ़ रही है और इसके प्रभाव से प्रदूषण स्तर काफी संवेदनशील बना हुआ है।

स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन और किसान समुदाय के बीच अधिक सुदृढ़ समन्वय की आवश्यकता है ताकि फसल अवशेष जलाने के विकल्पों को बढ़ावा दिया जा सके और वायु गुणवत्ता की रक्षा हो सके। राज्य के प्रमुख शहरों में तापमान और AQI के रुझानों पर नजर रखी जा रही है, ताकि आवश्यक कदम समय पर उठाए जा सकें। अगर आप ताजा मौसम और वायु गुणवत्ता से जुड़ी खबरें खोज रहे हैं, तो देखिए IMD Punjab Weather और वास्तविक समय प्रदूषण आँकड़ों के लिए Punjab Pollution Control Board साइट्स।