पंजाब में आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़, विदेश बैठे मास्टरमाइंड का लिंक उजागर

अमृतसर प्रेस कॉन्फ्रेंस में मॉड्यूल का पर्दाफाश

बॉर्डर रेंज के डीआईजी संदीप गोयल ने अमृतसर में आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा खुलासा किया। पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां मिलकर एक इंटरनेशनल आतंकी मॉड्यूल खत्म करने में सफल रहीं। यह मॉड्यूल विदेश में बैठे हैंडलरों के निर्देशों पर पंजाब में ग्रेनेड हमला करवा रहा था। इसका उद्देश्य राज्य में दहशत फैलाकर अस्थिरता पैदा करना था। डीआईजी के अनुसार दो प्रमुख मास्टरमाइंड—जीशान अख्तर और शहजाद भट्टी—विदेश से संचालित कर रहे थे। आईएसआई के इशारों पर पंजाब में जहरीली सूचना, हथियार और ग्रेनेड सप्लाई का सिलसिला जारी था। गुरदासपुर के थाना परिसर पर ग्रेनेड हमला हुआ, जिससे पूरी कहानी का पेंच खुला। हर कदम पर जांच तेज हुई और मॉड्यूल के कई संदिग्ध सामने आ चुके हैं। दिल्ली पुलिस ने भी इस केस के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्हें अमृतसर लाने के लिए प्रोडक्शन वारंट पर रखा गया है।

गुरदासपुर घटना और गिरफ्तारी की प्रक्रिया

इस क्रम में गुरदासपुर के पुलिस स्टेशन के पास ग्रेनेड हमला हुआ। जवाबी कार्रवाई के दौरान सुरक्षा बलों ने कई संदिग्धों को हिरासत में लिया। जाँच में पूरे मॉड्यूल के तार जुड़े मिले। यह भी सामने आया कि दो आरोपी दिल्ली पुलिस के साथ जुड़े थे। दिल्ली पुलिस ने भी दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है और वे अमृतसर लाए जाएंगे। गुरदासपुर में मुठभेड़ के दौरान दो संदिग्ध घायल हुए। हमले के वक्त एक हैंड ग्रेनेड भी बरामद हुआ। प्रारंभिक जांच में विदेशी संपर्क और हथियार सप्लाई के स्रोत स्पष्ट हुए। पंजाब पुलिस ने मल्टी-एजेंसी सहयोग के तहत कार्रवाई तेज की है। पुख्ता सुराग मिलने पर आगे की गिरफ्तारी की दिशा तय की जा रही है। कई अन्य संदिग्ध भी पूछताछ के दायरे में हैं। कानून के अनुसार तारतम्यपूर्ण कार्रवाई की जाएगी।

आईएसआई का भारत में बड़ा लक्ष्य और नेटवर्क का फैलाव

पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह नेटवर्क बड़े लक्ष्यों के लिए संचालित था। पहला धमाका पुलिस स्टेशन पर किया जाना था और अन्य धमाकों की भी योजना थी। आईएसआई पंजाब में अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहा था। लेकिन पंजाब पुलिस ने हर कोशिश को नाकाम किया। गिरफ्तार संदिग्ध विदेश से संचालित नेटवर्क से जुड़े पाए गए। हथियारों की सप्लाई विदेश से जारी थी और शहरों तक पहुँची थी। योजना के अनुसार बड़े धमाकों का इरादा था। फॉरेन्सिक क्रॉस चेक में पाकिस्तान से जुड़े लिंक की चर्चा बनी रही। सुरक्षा एजेंसियां निगरानी बढ़ाकर संदिग्ध रास्तों पर नजर रख रही हैं। नागरिकों से सतर्क रहने की अपील भी जारी है।

सरकार की नीति और नागरिक सुरक्षा संदेश

डीआईजी गोयल ने स्पष्ट कहा कि आईएसआई पंजाब में अराजकता फैलाने का प्रयास कर रहा था, पर प्रशासन इसे सफल नहीं होने देगा और कड़ी निगरानी रखेगा। आरोपियों को बड़ी घटनाओं के लिए तैयार किया गया था। यह नेटवर्क पंजाब के संवेदनशील नगरों पर गहराई से निशाना बना रहा था। पुलिस और केंद्रীয় एजेंसियां एक साथ काम कर रहे हैं ताकि सुरक्षा सुनिश्चित हो। अन्वेषण जारी है और कई सुराग सामने आए हैं। आगे की कार्रवाई के लिए अदालतों के आदेश जरूरी हैं। नागरिक सुरक्षा के मद्देनजर सतर्कता बढ़ाने की अपील है। अधिक जानकारियाँ पढ़ने के लिए नीचे दिए गए स्रोत देखें। PIB आधिकारिक बयान और BBC हिंदी कवरेज उपलब्ध हैं।

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