सिरसा: धोखाधड़ी से बेचा प्लॉट, सालों से न्याय के लिए भटक रही महिला

पीडि़ता ने बताया कि 2005 में कालांवाली निवासी प्रदीप जैन ने उन्हें एक प्लॉट दिलवाया था, जिसकी बकायदा रजिस्ट्री भी करवाई गई। प्लॉट की देखभाल प्रदीप जैन ही करता था। कुछ समय बाद उन्हें पता चला कि उक्त प्लॉट को प्रदीप जैन, जगपाल सिंह पुत्र नरेन्द्र सिंह निवासी गांव गदराना, फिल्टर पंच निवासी कालांवाली व लवलीन जैन ने मिलकर धोखाधड़ी से बेच दिया है। सूचना पाकर जब वे मौके पर गए तो वहां मकान बने हुए थे। उन्होंने प्रदीप जैन से इस संबंध में पूछताछ की, लेकिन कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। उसने पुलिस से लेकर प्रशासन तक न्याय के लिए गुहार लगाई, लेकिन कहीं से भी न्याय की उम्मीद नहीं जगी। थक हारकर उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।

कोर्ट ने उसकी पीड़ा को समझते हुए डबवाली एसपी को उपरोक्त आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी के आदेश दिए। कोर्ट के आदेशों पर 26 अक्तूबर को एफआईआर तो दर्ज कर ली गई, लेकिन 20 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने एक आरोपी को पकडक़र बाकी आरोपियों की धरपकड़ के लिए कोई प्रयास नहीं किए। पीडि़ता का आरोप है कि उपरोक्त लोग राजनीतिक लोगों से संबंध रखते हंै और पुलिस से उनकी सांठगांठ है, जिसके चलते पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही और मामले में लीपापोती कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर रही है। पुलिस की इसी ढीली कार्यप्रणाली से आहत होकर पीडि़ता ने कहा कि वह 13 सालों से भटक रही है, जिसके कारण परेशान हो चुकी है। अगर अब भी उसे न्याय नहीं मिला तो वह सभी आरोपियों के नाम लिखकर आत्महत्या करूंगी, जिसके लिए सभी आरोपी व पुलिस प्रशासन जिम्मेवार होंगे।