स्पिकमैके की प्रवक्ता अनु चंडोक और हिमानी खींची ने बताया की पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार इस संध्या में मुंबई की शास्त्रीय गायिका डॉ. अश्विनी भिड़े-देशपांडे को प्रस्तुति देनी थी, किन्तु परिवार में आकस्मिक मेडिकल आपात स्थिति के कारण वे इस कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं हो सकेंगी। यह प्रस्तुति शनिवार की शाम 6 बजे से राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर, जयपुर में आयोजित होगी। प्रवेश निशुल्क रहेगा और यह कार्यक्रम पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर खुला रहेगा। पद्मश्री पंडित उल्हास कशालकर, ग्वालियर, जयपुर और आगरा घरानों के प्रतिनिधि गायक हैं, जिन्होंने परंपरा की गहराई और अपने स्वर की कोमलता से भारतीय शास्त्रीय संगीत को नई ऊंचाई दी है। उनके गायन में घरानों की शास्त्रीयता, भाव की सूक्ष्मता और राग की आत्मा एक साथ झिलमिलाती है।