देहरादून/पौड़ी। प्रदेश में अपनी जन सुरक्षा व प्रशासनिक सख्ती को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री ने मंगलवार को डीएफओ (डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर), पौड़ी को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश जारी किए। हालिया घटनाओं और विभागीय लापरवाही को लेकर मुख्यमंत्री ने सख्त रुख अपनाया।
इसके साथ ही, स्कूल जाने वाले नौनिहालों को एस्कार्ट सुविधा उपलब्ध कराने का निर्णय भी लिया गया है, ताकि वे सुरक्षित माहौल में स्कूल आ-जा सकें।
क्यों हटाए गए डीएफओ पौड़ी
सूत्रों के अनुसार वन विभाग में कई कार्यों की अनदेखी क्षेत्र में जंगली जानवरों की बढ़ती गतिविधि और स्थानीय लोगों की लगातार बढ़ती शिकायतें सरकार तक पहुंची थीं। मुख्यमंत्री ने इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए डीएफओ को हटाने के आदेश दिए और विभागीय स्तर पर नई पोस्टिंग प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश भी दे दिए।
स्कूल के बच्चों को मिलेंगी एस्कार्ट सुविधाएं
हाल ही में बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी थी, विशेषकर उन मार्गों पर जहां जंगली जानवरों की आवाजाही अधिक है या सुनसान रास्तों से बच्चे गुजरते हैं इसे देखते हुए सरकार ने स्कूल आने-जाने वाले छात्रों को एस्कार्ट सुविधा देने का निर्णय लिया है। नई व्यवस्था में पुलिस, वन विभाग,स्थानीय प्रशासन की संयुक्त टीम विशेष मार्गों पर बच्चों के साथ सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करेगी।
मुख्यमंत्री ने क्या कहा
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने निर्देश दिए किसी भी स्तर की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विभागों को समन्वय बनाकर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी।
स्थानीय लोगों ने फैसले का स्वागत किया
पौड़ी में स्थानीय निवासियों और अभिभावकों ने इस कदम का स्वागत किया और कहा कि इससे जंगल क्षेत्रों से गुजरने वाले बच्चों में सुरक्षा की भावना बढ़ेगी।