हिसार, 13 नवंबर । हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के इंदिरा गांधी ऑडिटोरियम
में छात्र कल्याण निदेशालय एवं स्पीक मैकी की ओर से संयुक्त रूप से हिंदुस्तानी शास्त्रीय
संगीत का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज
मुख्य अतिथि रहे।
कुलपति प्रो. कम्बोज ने गुरुवार काे अपने सम्बोधन में कहा कि ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों
के आयोजन से विद्यार्थियों में कला एवं संस्कृति के प्रति प्रेम और सम्मान को बढ़ावा
मिलता है। संगीत हमारी सभ्यता, भाषा और लोक परंपराओं को जीवंत बनाए रखता है। प्रत्येक
राग और ताल भारतीय संस्कृति की विविधता और गहराई को प्रकट करता है। उन्होंने बताया
कि संगीत भाषा, धर्म और जाति से ऊपर उठकर सबको जोड़ता है। शास्त्रीय संगीत लोगों को
एक सूत्र में बांधने के साथ-साथ सौहार्द का वातावरण भी बनाता है। प्रत्येक राग किसी
ने किसी भाव से जुड़ा होता है। इस प्रकार यह संगीत मानव जीवन की भावनाओं को अभिव्यक्त
करने का एक माध्यम भी है।
कार्यक्रम में प्रख्यात शास्त्रीय गायन युगल पंडित रितेश मिश्रा एवं पंडित
रजनीश मिश्रा ने अपनी मधुर एवं रागमय प्रस्तुति से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
उन्होंने शास्त्रीय गायन की विभिन्न रचनाओं के माध्यम से भारतीय संगीत की समृद्ध परंपरा
का सुंदर प्रदर्शन किया। उनके साथ तबले पर प्रदीप कुमार सरकार तथा हारमोनियम पर जाकिर
ढोलपुरी ने संगत की और अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
कार्यक्रम
में स्पीक मैकी के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। छात्र कल्याण निदेशक एवं कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एसके पाहुजा ने
कार्यक्रम में सभी का स्वागत किया। धन्यवाद प्रस्ताव डॉ. देवेन्द्र ने किया। मंच का
संचालन छात्रा निकिता ने किया। इस अवसर कैंपस स्कूल की निदेशिका संतोष कुमारी, प्राचार्य
सोमा सेखरा सरमा धुलिपाला, डॉ. संध्या शर्मा सहित विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों
के विधार्थी, शिक्षकगण और संगीत प्रेमी उपस्थित रहे।