मोहाली: कम खुदाई ने मकान और पेयजल व्यवस्था बिगाड़ दी

स्थिति का सार

मोहाली के ज़ीरकपुर के विकास नगर और डिवाइन अपार्टमेंट में पानी की आपूर्ति बाधित हो चुकी है। सीवरेज पाइपलाइन बिछाने के दौरान लापरवाही सामने आई है। एक मकान की नींव क्षतिग्रस्त होने के खतरे में आ चुकी है। ठेकेदार ने निरीक्षण के बिना खुदाई शुरू कर दी, ताकि देरी बढ़े। सीवरेज लाइन डालते समय पानी की सप्लाई लाइन टूट गई। दो दिनों तक पानी नींव में रिस रहा है और दलदल बन गया है। प्रभावित परिवार खतरे से चिंतित हैं, और सप्लाई पूरी तरह बंद है। लोग पानी के टैंकर अपनी लागत पर मंगा रहे हैं। स्थिति ने किफायती जीवन और रोजमर्रा की जरूरतों को प्रभावित किया है।

स्थानीय प्रतिक्रिया और मांग

स्थानीय निवासियों ने नगरपालिका परिषद और सीवरेज विभाग पर स्पष्ट आरोप लगाए। वे कहते हैं कि काम बिना किसी योजना या निरीक्षण के चल रहा है। डिवाइन अपार्टमेंट के निवासी गौरव ने बताया कि स्थिति पिछले दस दिनों से बिगड़ चुकी है। शिकायतों के बावजूद अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। लोग मांग करते हैं कि टूटी लाइन तुरंत ठीक की जाए और नींव सुरक्षित रहे। सीवरेज के काम के लिए स्पष्ट निरीक्षण जरूरी है, ताकि दोहराव न हो। स्थानीय संस्थाओं ने ठेकेदार के खिलाफ कानूनी कदम उठाने की चेतावनी दी है। ग्रामिण संस्थाओं ने निजी फंड से कुछ पानी के इंतजाम की कोशिश की है। पानी आपूर्ति के लिए स्थानीय प्रशासन से वित्तीय सहायता की मांग उठी है। सरकार ने सुरक्षा और निरीक्षण के लिए दिशा-निर्देश भी दिए हैं। स्थिति के साथ-साथ अन्य इलाकों में भी पानी की समस्या पर चिंता बढ़ी है।

प्रशासनिक पक्ष और अधिकारीयों के बयान

विकास नगर की नीतू ठाकुर ने कहा कि मैंने ठेकेदार को खुदाई रोकने के लिए कई बार कहा। पर काम बिना अनुमति जारी रहा। अगर हादसा हो तो जिम्मेदारी किसकी होगी? जे ई सीवरेज बोर्ड जसबीर सिंह ने कहा कि पाइपलाइन को एक निर्धारित स्तर पर डालना अनिवार्य है। यह काम नगर परिषद के निर्देश पर किया जा रहा है, और मरम्मत विभाग करेगा। स्थानीय प्रशासन ने दुर्घटना रोकथाम के लिए निरीक्षण दल तैनात करने की बात कही है। कानूनी प्रक्रिया के साथ पड़ोसियों के नोटिसों का भी इंतजाम किया जा रहा है।मामले की गहराई से जाँच चल रही है ताकि दोषियों पर कार्रवाई हो सके।

आगे की राह और कदम

इस घटना के बाद प्रशासन ने पड़ताल और निरीक्षण के निर्देश दिए हैं। स्थानीय निकायों को अब सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन करना  होगा। हमें ठेकेदारों के लाइसेंस और अनुमतिों की कड़ाई से जाँच करनी चाहिए। नींव कमजोर रहने के खतरे के साथ समय रहते मदद चाहिए।
हम सुझाव देते हैं कि नगरपालिका और सीवरेज विभाग मिलकर सुरक्षित पुनर्निर्माण करें। यह सुनिश्चित हो कि ऐसी घटनाएं दोहराई न जाएं।
उच्चस्तरीय निगरानी से ही जनता का भरोसा लौटेगा। स्थानीय जल आपूर्ति कंपनियां अगले चरण के हिस्से के रूप में वैकल्पिक जल खरीद योजना पर विचार कर रही हैं। उपायों के सफल पालन से क्षेत्र में विश्वास लौटेगा और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएं सीमित होंगी। अतिरिक्त विवरण के लिए देखें जल शक्ति मंत्रालय और Central Water Commission
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